नवीं से 12 वीं तक के छात्रों को मिलेगी सुविधा
भोपाल, अब प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए सरकार बस उपलब्ध करवाएगी. ये विद्यार्थी बस से स्कूल आएंगे-जाएंगे.
गुना, मुरैना, रतलाम, अलीराजपुर सहित अन्य जिलों के 20 ब्लॉक से इसकी शुरुआत की जाएगी. स्कूल शिक्षा विभाग ऐसे ब्लाक चिह्नत कर रहा है, जहां पढ़ाई छोडऩे वाले छात्रों की संख्या अधिक है. बस सेवा का लाभ ऐसे विद्यार्थी उठा सकते हैं जिन्हें स्कूल जाने में पांच से दस किमी तक का सफर तय करना पड़ता है.
इस कारण कई बार स्कूल की दूरी की वजह से लड़कियां आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख पाती. दूरी की वजह से छात्र भी नियमित स्कूल नहीं जाते हैं.
सरकार उठाएगी पूरा खर्च
बसें प्राइवेट ट्रेवल्स की रहेंगी. इसका पूरा खर्च स्कूल शिक्षा विभाग उठाएगा. छात्रों को स्कूल तक छोडऩे के बाद बसें फ्री हो जाएंगी और वापस उन्हें छुट्टी के समय स्कूलों में पहुंचना होगा. विभाग के अधिकारियों का मानना है कि ऐसा करने से स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ेगी इसके साथ ही छात्राएं भी आगे की पढ़ाई जारी रखेंगी. वर्तमान में स्कूल आने-जाने का साधन नहीं होने की वजह से कई बार वे पढ़ाई छोड़ देती हैं.
अधिक स्कूल छोडऩे वाले जिलों से शुरूआत
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ऐसे क्षेत्र जहां स्कूल की दूरी की वजह से विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ रहे हैं वहां यह प्रयोग किया जा रहा है. इसके तहत गांव या किसी क्षेत्र में तय स्टाप से बस विद्यार्थियों को लेकर स्कूल छोड़ेेगी और छुट्टी होने पर वापस उस स्थान तक लाएगी. शुरुआत में करीब 50 हजार विद्यार्थी इस व्यवस्था का लाभ उठा पाएंगे.
स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी
पायलट प्रोजक्ट के रूप में 20 ब्लॉक में स्कूलों में बच्चों को छोडऩे के लिए बस सेवा शुरू की जा रही है. ब्लॉक अभी तय हो रहे हैं. अगर इसके अच्छे परिणाम आएंगे तो प्रदेश भर में यह व्यवस्था लागू करेंगे. इससे स्कूलों में छात्रों की संख्या में इजाफा होगा.
-दीप्ति गौड़ मुखर्जी, प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा