कांग्रेस से हिमाचल भी छिनेगा, भाजपा गुजरात में मजबूती से रखेगी कब्जा बरकरार
- राहुल ने की स्थिति मजबूत
अहमदाबाद,
पोल के मुताबिक बीते 22 सालों से सूबे की सत्ता में काबिल बीजेपी को एक बार फिर 5 साल के लिए बहुमत के साथ सत्ता मिल सकती है. वोट शेयर की बात करें तो हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर जैसे तीन युवाओं को लेकर गुजरात के लड़कों के जीतने की बात कहने वाली कांग्रेस को बहुत फायदा होता नहीं दिख रहा है.
बीजेपी को 48.4 फीसदी वोट मिल सकते हैं. यह आंकड़ा 2012 के चुनाव के मुकाबले .6 फीसदी अधिक है. कांग्रेस जिस तरह से हार्दिक, मेवाणी और ठाकोर को साथ लेकर आक्रामक अभियान चला रही थी, उसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि गुजरात में मोदी का जादू अब जनता के बीच भरोसे में तब्दील हो चुका है.
बीजेपी के वोट शेयर में जहां मामूली इजाफा हुआ है, वहीं कांग्रेस के वोट शेयर में 4.5 पर्सेंट का इजाफा हुआ है. लेकिन, कांग्रेस के वोट शेयर में इस बढ़त के साथ भी वह बीजेपी के मुकाबले करीब 5.1 फीसदी पीछे है.
दूसरी तरफ अन्य का वोट शेयर 2012 के 13.4 पर्सेंट से घटकर 8.3 फीसदी हो गया है. इस तरह स्पष्ट है कि अन्य का वोट ही ट्रांसफर होकर कांग्रेस के खाते में गया है, लेकिन इसके बाद भी बीजेपी का अंतर उससे इतना अधिक है कि वह इस बढ़त को जीत के आंकड़े में तब्दील करती नहीं दिख पा रही है.
पूरे देश में राजनीतिक सरगर्मी पैदा करने वाले इस राज्य के चुनाव में बीजेपी को 108 सीटों के साथ बहुमत मिलता दिख रहा है. 182 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में सरकार गठन का जादुई आंकड़ा 92 है. वहीं, बीते चुनावों के मुकाबले इस बार मजबूती से लडऩे के बाद भी कांग्रेस को 74 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है.
एग्जिट पोल के नतीजे बताते हैं कि कांग्रेस को पाटीदारों के असंतोष समेत अन्य स्थानीय मुद्दों से बहुत लाभ नहीं मिल रहा है. हालांकि बीते चुनाव के मुकाबले उसे 13 सीटों का फायदा हो रहा है. पिछली बार उसे 61 सीटें ही मिली थीं. दूसरी तरफ पिछली बार 115 सीटों के साथ सरकार बनाने वाली बीजेपी को इस बार 7 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है.