शहरों के साथ गांवों में स्वच्छता आवश्यक: सिंह
भोपाल,शहरों के साथ गांवों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप नेहरु युवा केंद्र में शुरू की गई है.
जिसका शुभारंभ विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्राम तामोट में स्वच्छता श्रमदान, रैली, संगोष्ठी एवं शपथ के साथ किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला युवा समन्वयक रायसेन सर्वेंद्र प्रताप सिंह उपस्थित रहें, उन्होंने कहा कि आज के बदलते दौर में पालीथीन हमारी आदत बन गई है और इसे धीरे-धीरे बदलने की जरूरत है, कोशिश करें कि डिस्पोजल की जगह स्थाई तौर पर स्टील के बर्तनों का उपयोग करें.
युवाओं की भूमिका जामवंत की तरह अहम होगी, इन्हीं युवाओं को स्वच्छता दूत के रूप में चिह्नित कर 100 घंटे श्रमदान के लिए जागरूक किया जा रहा है.
नेशनल यूथ वालंटियर शुभम चौहान ने कहा कि हम हमारी संस्कृति के पुरातन वैभव को देखें जो हमें प्रकृति के संरक्षण का संदेश देती है, नदियों को मां के रूप में पूजकर जल संरक्षण, पीपल, वट, बील, तुलसी के पौधों को देवता तुल्य मानकर प्रकृति का संरक्षण किया गया है, लेकिन बदलते दौर में पुन: हमारे पौधरोपण को बढ़ावा देने की आवश्यकता हैए हमें अगर चलना है छांव में तो वृक्ष लगाना होंगे गांव में.
रैली, श्रमदान में नारों से किया लोगों को प्रेरित
युवाओं ने गलियों में सूखी धरती करे पुकार, वृक्ष लगाकर करो श्रृंगार, तामोट की तैयारी है नंबर वन की बारी हैं, प्लास्टिक को हटाए, प्रकृति को बचाएं जैसे प्रेरक संदेशों से लोगों को जागरूक किया. अंत में सभी ने प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ ली, इस अवसर पर ग्राम के सरपंच सहित रतनसिंह नागर,गुलाब सिंह चौहान, अमित चौहान, नारायण चौहान सहित कार्यक्रम का संचालन सौरभ चौहान,प्रीतनागर, सचिन, केशव, राजेश, देवेंद्र, कपिल, आकाश सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे.