नयी दिल्ली,
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने पिता और प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन की विरासत को संजोने में दिलचस्पी रखते हैं।
अमिताभ बच्चन को फिल्म जगत में आये हुये करीब पचास वर्ष हो गये हैं। उनकी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी वर्ष 1969 में प्रदर्शित हुयी थी। उन्होंने कहा, “जहां तक मेरे व्यक्तिगत सरोकार की बात है तो मैं तकरीबन 50 साल से सार्वजनिक जीवन में हूं, लेकिन प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन के बेटे के रूप में मैं जन्म से ही सार्वजनिक जीवन में हूं क्योंकि सार्वजनिक जीवन में उनकी शख्सियत मुझसे अधिक बड़ी थी।”
अमिताभ ने कहा , “मेरी अपनी कोई विरासत नहीं है। मेरे पास मेरे पिता की विरासत है जिसे संजोने में ही मेरी दिलचस्पी है और आगे भी संभाले रखूंगा। वह अपने पिता की कविताओं का पाठ करने में विशेष दिलचस्पी रखते हैं।
खासतौर से ‘मधुशाला’ की कविताओं का वाचन वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में करते हैं। अमिताभ अपने पिता से मिली शिक्षाओं को आगे अपने बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन को हस्तांतरित करने की ख्वाहिश रखते हैं। उन्होंने कहा , “पिता के साथ बिताए लम्हे और उनकी यादें व्यक्तिगत हैं, लेकिन उनसे मिली शिक्षाएं निश्चित रूप से अभिषेक को सौंपेंगे।”