नगर परिषद बड़ागांव के जिम्मेदारों का काला कारनामा, ग्रामीणों ने पकड़ा वाहन
नलखेड़ा:. नगर परिषद बड़ागांव का काला कारनामा बीती रात ग्रामीणों ने उजागर कर दिया. दरअसल, नगर परिषद ने अनुपयोगी भंगार सामान की नीलामी की थी, लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदारों ने आर्थिक लाभ कमाने की मंशा से ठेकेदार की गाड़ी में नया सामान लोड करवा दिया, जब ग्रामीणों को इस बात की सूचना मिली, तो उन्होंने रात के अंधेरे में हो रहे इस खेल का विरोध किया और गाड़ी को रोक लिया. सीएमओ को रात में ही मामले की जानकारी मिल गई थी, लेकिन वे मौके पर नहीं पहुंचे. जब दबाव बढ़ा, तो वे अगले दिन दोपहर में मौके पर पहुंचे और पंचनामा बनाकर नया सामान गाड़ी से निकलवाया.
जानकारी के अनुसार कुछ समय पूर्व नगर परिषद बड़ागांव में अनुपयोगी सामान कबाड़ के नीलामी हेतु टेंडर की प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी, जिसमें एक व्यक्ति द्वारा 7 लाख 50 हजार का हाईएस्ट टेंडर भरा गया था. जिसमें सिर्फ भंगार में पड़े सामान को ही खरीदा गया था, लेकिन नगर परिषद की मिलीभगत से मध्यप्रदेश शासन द्वारा भेजा गया नप के लिए नया सामान, जिनमें लाइट, स्वच्छता अभियान के लिए लाई गई कचरा पेटियां, विद्युत मोटर आदि जिनका एक बार भी उपयोग नहीं किया गया.
जिन्हें बॉक्स से खोला भी नहीं गया, उन्हें भी शुक्रवार रात को भंगार के समान के साथ गाड़ी में लोड किया जा रहा था, इस करतूत को ग्रामीणों द्वारा रंगे हाथ पकड़ा गया और गाड़ी लोड अवस्था में वहीं मौके पर ही खड़ा करवा ली. इस मामले की सूचना शुक्रवार रात में ही सीएमओ लीलाकृष्ण सोलंकी को दे दी गई थी, लेकिन वे इस मामले से बचते नजर आए और मौके पर नहीं आए. लेकिन जब मीडिया का दबाव बढ़ा, तो सोमवार दोपहर में सीएमओ मौके पर पहुंचे और पंचनामा बनाकर नए सामान को गाड़ी से खाली करवाया.
इनका कहना है…
‘सामान लोड करने के लिए अभी मेरे द्वारा वर्कऑर्डर जारी नहीं किया गया है. उपयोगी सामान किसने गाड़ी में लोड करवाया, इसकी जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उपयोगी सामान को गाड़ी में से निकालकर पंचनामा बनाया गया है.