आय से अधिक संपत्ति का मामला
जबलपुर: आय से अधिक संपत्ति के मामले में मंडला में जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ रहे नागेंद्र यादव के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेषक ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) का शिकंजा कसता जा रहा है। टीम ने सोमवार को आरोपी के तीन
बैंक लॉकरों को खोला तो 414 ग्राम के सोने के जेवरात मिले है।
उल्लेखनीय है कि ईओडब्ल्यू की टीम नेे तिलहरी स्थित थीम पार्क में रहने वाले रिटायर्ड सीईओ के जबलपुर एवं मंडला स्थित आवासों में गुरूवार को छापामारी की थी। कार्रवाई के दौरान एक करोड़ से अधिक की संपत्ति का
खुलासा हुआ था।
इसमें जबलपुर, भोपाल, मंडला में कुल 4 मकान के अलावा सोने, चांदी के जेवरात आदि का खुलासा हुआ था। नागेन्द्र यादव की नियुक्ति वर्ष 1990 में आदिम जाति कल्याण विभाग मंडला में मंडल संयोजक के पद पर
हुई थी। वर्ष 2005 में वो प्रतिनियुक्ति पर जनपद पंचायत घुघरी जिला मंडला, घंसौर जिला सिवनी, शहडोल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी पदस्थ रहा। उक्त सेवाकाल में कुल प्राप्त वेतन से बचत 11, 91, 807 रुपये रही। जबकि खर्च 97,30, 181 रुपये रहा जो कि आय से 85, 38, 374 रुपये अधिक है।
नागेंद्र यादव ने अधिकांश संपत्तियां 9 मार्च 2005 के बाद बनाई है। आरोपी सीईओ द्वारा अधिकांश संपत्तियां अपनी पत्नी अनीता के नाम पर खरीदी गई थी। बैंक के लॉकर खोलने के लिए ईओडब्ल्यू टीम शुक्रवार को पहुंची थी परंतु
चाबी नहीं मिलने से टीम को बैरंग लौटना पड़ा था। इसके बाद सोमवार को पुन: बैंक लॉकर खोलने के लिए टीम पहुंची तो लॉकर में सोने के जेवरात मिले।
इनका कहना है
रिटायर्ड सीईओ नागेंद्र यादव के तीन बैंक लॉकर खोले गए जिसमें
414 ग्राम के सोने के जेवरात मिले है।
देवेंद्र सिंह राजपूत, एसपी, ईओडब्ल्यू