भ्रष्टाचार की रकम वसूली करने अनूपपुर के तत्कालीन डीएसओ एवं मिलर भूरा का ऑडियो वॉयरल
अनूपपुर: खाद्य मंत्री के गृह जिले में उनके ही विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार व प्रदेश शासन द्वारा उपार्जित की गई धान की मिलिंग करने वाले मिलरों द्वारा अमानक व गुणवत्ता विहीन सीएमआर चावल वेयर हाउस में जमा कर शासकीय दुकानों के माध्यम से गरीबो को वितरण किए जाने के खेल में अनूपपुर के तत्कालीन जिला खाद्य अधिकारी एवं देवास जिले के सहायक आपूर्ति अधिकारी अम्भोज श्रीवास्तव एवं अनूपपुर राईस मिल एशोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता के भाई रावेन्द्र गुप्ता उर्फ भूरा का फोन में हुए बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वॉयरल हो रहा है, जहां खाद्य विभाग के इस खेल में हो रहे भ्रष्टाचार तथा भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए अधिकारी द्वारा अपना हिसाब किताब मांगने तथा जिले के अन्य मिलरों से उनके द्वारा जमा किए गए सीएमआर चावल के प्रत्येक लॉट के हिसाब से वसूली की
मांग की गई है। जिसमें रावेन्द्र गुप्ता उर्फ भूरा को जिले के अन्य मिलरों से वसूली करने के बाद वे देवास जिले से अनूपपुर पहुंचने की बात कर रहे है।
पूरे मामले में तत्कालीन जिला खाद्य अधिकारी एवं देवास जिले के सहायक आपूर्ति अधिकारी अम्भोज श्रीवास्तव 1 सितम्बर को लोकायुक्त रीवा द्वारा उज्जवला योजना के तहत 18 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था,जहां अभी लोकायुक्त की कार्यवाही को 28 दिन भी नही बीते की उनके द्वारा सीएमआर चावल में किए गए भ्रष्टाचार का हिसाब किताब कर वसूली के लिए हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वॉयरल हुआ है।
जहां अमानक व गुणवत्ता विहीन सीएमआर चावल जमा कर अधिकारी उसे अमानक चावल को गरीबो तक पहुंचाकर बकायदे मिलरो से कमीशन ले रहे है। जिसका प्रतिनिधित्व भी अनूपपुर राईस मिल एशोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता के भाई रावेन्द्र गुप्ता उर्फ भूरा द्वारा किया जा रहा है। इतना ही नहीं रावेन्द्र गुप्ता द्वारा तत्कालीन जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अम्भोज श्रीवास्तव को लोकायुक्त की कार्यवाही पर ढ़ाढस बधाने का प्रतिनिधित्व करते हुए मंत्री, प्रशासन और जनता को दो तीन महीने के बाद रिश्वत लेने की कार्यवाही को भूल जाने और उसके बाद दूसरा गेम प्लान तैयार करने की बात कही गई है।
खाद्य मंत्री बिसाहूलाल तो सिर्फ मोहरा..
सीएमआर चावल में जिले में चल रहे भ्रष्टाचार के पूरे खेल में रावेन्द्र गुप्ता उर्फ भूरा खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह को राजेन्द्र शुक्ला और नरोत्तम मिश्रा जैसे दबंग नही मानते है। उनका कहना है कि राजेन्द्र शुक्ला और नरोत्तम मिश्रा अपने क्षेत्र के दबंग है और वो अपने क्षेत्र में जो चाहते है वहीं होता है। ऑडियो में भ्रष्टाचार करने के बाद मंत्री की जगह भोपाल में बैठे अधिकारियों को पकड़कर अपना काम निकलवाने की समझाईश दे रहे है। उन्होने म.प्र. शासन के खाद्य मंत्री
बिसाहूलाल सिंह को सिर्फ मोहरा का नाम दिया गया है। राईस मिलर रावेन्द्र गुप्ता ने खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह को दी गई उपाधि का ऑडियो चर्चा का विषय बना हुआ है।