मध्यप्रदेश में अब ‘मक्खी-मच्छर’ पर हंगामा

भोपाल, 09 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय निर्वाचन के बीच राज्य निर्वाचन आयुक्त की एक कथित टिप्पणी पर आपत्तियां उठने लगी हैं।
दरअसल मीडिया में आज आई खबरों के मुताबिक कल भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त बसंत प्रताप सिंह से आगामी 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा होने के चलते इस दिन होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था। इस दौरान श्री सिंह ने कथित तौर पर कहा कि सिर्फ भाजपा के प्रतिनिधिमंडल के कहने से कुछ नहीं होगा। दूसरे पक्ष (कांग्रेस) से मक्खी-मच्छर भी एक कागज लाकर दे देंगे, तो विचार कर लिया जाएगा।
इसी क्रम में कथित तौर पर उन्होंने कहा कि जरुरी नहीं कि कांग्रेस का प्रवक्ता, अध्यक्ष या महामंत्री आए। ऐसा लगना चाहिए कि सबकी सहमति से निर्णय हुआ है।
इस बयान के आज मीडिया में आने के बाद इस पर विवाद शुरु हो गया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हों, उनके लिए किसी नौकरशाह का इस प्रकार के शब्दों का उपयोग करना मर्यादाओं के अनुकूल नहीं है। संवैधानिक पद पर बैठे अधिकारी से समाज शालीन और सभ्य भाषा की अपेक्षा रखता है।
वहीं कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने इस संबध में यूनीवार्ता से कहा कि किसी को भी इस तरह अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल का अधिकार नहीं है। इस भाषा के माध्यम से सबंधित अधिकारी अपनी शैक्षणिक योग्यता और पद की गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई है।

नव भारत न्यूज

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