ब्रम्हाकुमारीज ने आयोजित किया परिसंवाद
नवभारत न्यूज भोपाल,
सोशल मीडिया अपनी खूबियों के कारण समाज में आध्यात्मिक क्राति लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. यह वह औजार है जो क्रांति ला सकती हैपरंतु हमें सोशल मीडिया की लत नहीं लगनी चाहिए.
यदि हम संयमित हो सोशल मीडिया का उपयोग करें तो आध्यात्मिक सेवा के लिए वरदान सिद्ध हो सकता है यह विचार ब्रम्हाकुमारीज के रोहित नगर सेवा केन्द्र शाखा में आध्यात्मिक जीवन में सोशल मीडिया की भूमिका परिसंवाद में ब्रम्हाकुमारीज सेवा केन्द्र प्रभारी डॉ रीना बहन ने व्यक्त किए.
उन्होने आगन्तुको को राजयोग की अनुभूति भी करायी उन्होने कहा कि सोशल मीडिया आध्यात्मिक जागृति लानें में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. आध्यात्मिक क्षेत्रों के गुरू एव संस्थाएं ज्ञान के प्रचार प्रसार हेतु सोशल मीडिया का उपयोग कर रही हैं. परंतु इसके साथ ही सावधान रहनें की भी आवश्यकता है.
कौशल मीडिया के कारण भारत के योग का दुनियाभर में प्रचार प्रसार हो रहा है. सोशल मीडिया को एक अनपढ़ व्यक्ति भी प्रयोग कर सकता है. कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ मीडिया अधिकारी पुष्पेन्द्र पाल ने कहा कि सोशल मीडिया की कुछ खूबियां हैं जो मीडिया के किसी माध्यम में नहीं है.
जैसे सोशल मीडिया फास्ट है. एक क्षण में आपका संदेश विश्व के किसी कोने में पहुंच सकता है. सोशल मीडिया में व्यक्ति से ब्यक्ति सीधे संपर्क कर सकता है. साथ ही आपके भेजे संदेश में त्वरित फीडबैक प्राप्त होता है. सोशल मीडिया में आप अपने संदेश को एडिट कर सकते है या डिलीट कर सकते है.