98% रही विद्यार्थियों की उपस्थिति
भोपाल,
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत पूरे देश में आईआईटी परीक्षा सम्पन्न हुई. इस परीक्षा में प्रदेश के दस हजार से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया.
प्रदेश में लगभग डेढ़ दर्जन परीक्षा केन्द्र बनाये गये. परीक्षा में 98 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति रही. भोपाल में आईईएस, सेम, हेथवे, और ट्रिनिटी में विद्यार्थियों ने परीक्षा दी.
पहली बार आईआईटी की परीक्षा ऑनलाइन हुई, व परीक्षा को नकलमुक्त बनाने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा आयोजक कानपुर आईआईटी ने एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया, जिसने विद्यार्थियों ने मेटल डिटेक्टर से जांच कर परीक्षा देने दी. इस दौरान कान के टाप्स, स्मार्ट वॉच, कैप, जूते निकल दिये गये, सिर्फ चप्पल और सेंडिल पहन कर जाने की अनुमति दी गई.
गणित ने छुड़ाये पसीने
अधिक नकारात्मक अंक थे, इसलिए स्कोरिंग मुश्किल हो सकती है, प्रश्नों के लिए समय-सीमा बढ़ गई है और छात्रों के उन प्रश्नों का उत्तर देना मुश्किल हो गया. पेपर 2 में छात्रों ने बताया कि गणित कठिन,भौतिकी, रसायन शास्त्र का पेपर आसान था, इस साल पेपर 2 बदलकर 183 से 180 अंक हो गया है. पेपर 1 की तुलना में छात्रों ने पेपर 2 को अपेक्षाकृत कठिन बताया, छात्रों को लगता है कि 2017 की तुलना में इस साल का पेपर मुश्किल था.