बेबी के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स का सिलेक्शन करना काफी महत्वपूर्ण होता है जो उसकी स्किन को सूट करते हों.
बहुत ही कम लोगों को यह बात मालूम होगी कि बेबी की स्किन वयस्क की तुलना में 20 से 30 फीसदी ज्यादा पतली होती है. ऐसे में बेबी के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स का सिलेक्शन करना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है जो उसकी स्किन को सूट करते हों.
भारत में मालिश या मसाज एक पॉपुलर प्रैक्टिस है. मालिश से बच्चे की मसल्स मजबूत होती है और वह हेल्दी बनता है. इसलिए डॉक्टर्स भी हर रोज हल्के हाथों से मसाज करने की सलाह देते हैं. लेकिन मसाज करने से पहले माताओं को इस एक बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि आप सही तेल का चुनाव कर रही हैं या नहीं. कंसलटेंट पीडियाट्रिशियन हमेशा अनएडल्टीरेटेड ऑयल का यूज करने की सलाह देते हैं. इसमें विटामिन ई होता है जो बेबी के लिए अच्छा और सुरक्षित माना जाता है.
हालांकि कुछ मांएं सरसों का तेल और 100 फीसदी वर्जिन ऑलिव ऑइल जैसे नैचुरल ऑइल का भी यूज़ करती हैं. लेकिन इन तेलों में बड़ी मात्रा में ओएलिक एसिड होता है जिससे बेबी की त्वचा पर बाहरी खतरा बढ़ जाता है. इससे बेबी की त्वचा में बाहरी इरिटेशन की संभावना भी बढ़ जाती है.