नयी दिल्ली,
विपक्ष और सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दल तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण आज दूसरे दिन भी राज्यसभा में कामकाज नहीं हो सका और तीन बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने बैंक घोटाले, अन्नाद्रमुक ने कावेरी मुद्दे और तेदेपा ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्ज़ा देने के मुद्दे पर कल की तरह ही सदन में हंगामा किया। कांग्रेस के सदस्य भी बैंक घोटाले के मुद्दे पर सभापति के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे।
इन सदस्यों के हंगामे के कारण भोजनावकाश से पहले सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी और शून्यकाल तथा प्रश्नकाल नहीं हो सका। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर पहले जैसी ही स्थिति पैदा हो गयी। जिसके कारण कार्यवाही साढ़े तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
एक बार फिर कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस, तृणमूल, अन्नाद्रमुक तथा तेदेपा के सदस्य आसन के पास आकर हंगामा करने लगे और नारेबाजी भी शुरू कर दी।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने शोर-शराबे के बीच कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक घोटाले और एनपीए के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, क्योंकि उसके शासनकाल से ही यह सब होता रहा है। देश को जानना चाहिए कि इन घटनाओं के पीछे कौन है। हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी एक न सुनी और वे शोर मचाते रहे।
उपसभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों से बार-बार अपील की कि वे अपनी सीटों पर चले जायें, पर सदस्य नहीं माने। अंतत: उन्होंने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।