नयी दिल्ली, भारत और दक्षिण कोरिया ने रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए आज यहां विशेष विचार विमर्श किया और ‘मेक इन इंडिया’ के तहत रक्षा उत्पादन को लेकर दोनों देशों के बीच सहमति कायम हुई।
इसके साथ ही दोनों देशों ने अफगानिस्तान में त्रिपक्षीय समझौते के साथ क्षमता निर्माण में मिल कर काम करने का इरादा जताया है।दक्षिण कोरिया ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार 20 अरब डॉलर से बढ़ा कर 2040 तक 50 अरब डॉलर का करने का लक्ष्य भी तय किया है।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि रक्षा सहयोग दोनों देशों के बीच बहुत स्वाभाविक बात है और हम इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में रक्षा सहयोग बढ़ाने के बारे में विशेष रूप से बातचीत हुई। राष्ट्रपति मून ने कहा कि हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी को देखते हुए हमें रक्षा एवं सामरिक विषयों पर भी मिलकर काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत के रक्षा उत्पादन में दक्षिण कोरिया की ओर से कुछ संयुक्त उपक्रम काम कर रहे हैं तथा कुछ के बारे में बातचीत चल रही है और इसके साथ साथ रक्षा क्षेत्र में व्यापार एवं निवेश भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम महत्वपूर्ण योजना है और हमने कोरियाई कंपनियों को रक्षा उत्पादन में भी भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में पूर्णता है। भारत में दक्षिण कोरिया को बहुत बड़ा बाज़ार तथा सस्ता एवं कुशल मानवसंसाधन उपलब्ध होता है।