- कहा- प्रधानमंत्री मोदी
- खुद गए थे पैरिस
नई दिल्ली,
फ्रांस से खरीदे गए फाइटर प्लेन राफेल की डील में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए प्रमुख विपक्षी
दल कांग्रेस ने मंगलवार को जोरदार ढंग से मोदी सरकार पर हमला किया.
कांग्रेस ने यह हमला संसद के भीतर से लेकर मीडिया के मंच तक बोला. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने राफेल के मामले को उठाया, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे-सीधे इस मामले में मोदी सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए.
राहुल गांधी ने अपने बयान में जहां पीएम मोदी को घेरा, वहीं इस मामले में चुप्पी रखने के लिए मीडिया पर सवाल उठाए. राहुल का कहना था कि पीएम इस डील के लिए खुद पेरिस गए. इसे पूरे देश जानता है.
इस डील पर सरकार के रुख का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री कहती हैं कि वह राफेल प्लेन खरीद की रकम का खुलासा नहीं करेंगी. चीजों को छिपाने का मतलब क्या है, इससे तो साफ होता है कि इस पूरे सौदे में घपला हुआ है. पीएम की पेरिस यात्रा के बाद डील में बदलाव हुआ और कानों कान किसी को इसकी खबर नहीं हुई.
गोपनीयता या घोटाला!
राहुल ने सोशल मीडिया पर भी राफेल डील पर सवाल उठाए. राहुल का कहना था कि ऐसा पहली बार हुआ कि सरकार ने सदन में किसी सवाल का जवाब देने से इनकार किया हो.
उल्लेखनीय है कि सदन में एक सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भारत व फ्रांस की सरकार के बीच हुए गोपनीयता समझौते के नियम के तहत वह इस सौदे के बारे में विस्तृत जानकारी सार्वजनिक तौर पर नहीं दे सकतीं. सरकार की चुप्पी से ऐसा लगता है कि इस खरीद में बड़ा घोटाला छिपा हुआ है.
राहुल गांधी ने कहा कि यह सीधे तौर पर घोटाला है. यदि ऐसा नहीं है तो सरकार डील की रकम का खुलासा करने से क्यों बच रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी इस डील को करने के लिए निजी तौर पर फ्रांस गए और उन्होंने वहां इसको अंजाम दिया.
संसद भवन में प्रदर्शन
तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश में रेलवे जोन स्थापित करने की मांग को लेकर संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले आज यहां संसद भवन परिसर में राष्ट्रपिता महात्मागांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया. सांसदों ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं.
नायडू कर रहे पक्षपात
विपक्षी दलों ने राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू पर जनता की हितों से जुड़े मुद्दे नहीं उठाने देने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दिनभर के लिए राज्यसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. कांग्रेस के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (एसपी), सीपीआई, सीपीएम, एनसीपी और डीएमके ने नायडू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि अगर इस तरह की चीजें जारी रहीं तो वे उचित कदम उठाएंगे.