यातायात अधिकारियों ने मानी ट्रॉफिक सिग्नल की कमी, पर निगम के अधिकारी मानने को तैयार नहीं
नवभारत न्यूज भोपाल,
शहर के कई व्यस्त चौराहों ओर तिराहों का यातायात बिना ट्रॉफिक सिग्नल के ही चल रहा है. इन चौराहों पर दिन में कई बार सिग्नल न होने के कारण जाम की स्थित बन जाना आम बात है.
यातायात पुलिस के अधिकारियों से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होने इस बात को स्वीकारा की शहर के कई व्यस्त चौराहों पर ट्राफिक सिग्नल नहीं हैं. वहीं निगम के अधिकारियों का तर्क है कि जहां भी यातायात का भार ज्यादा होता है, वहां सिग्नल लगा दिए जाते हैं.
नवभारत द्वारा इस समस्या के सबंध मेंं जब राहगीरों से बात की गई तो पता चला की जिन चौराहों पर ट्रॉफिक सिग्नल नहीं होता वहां जब ट्राफिक पुलिस नही होती तब सभी वाहन चालक पहले जाने की होड़ में रहते हैं. ऐंसे में कई बार विवाद की स्थित भी बन जाती है.
सात नंबर चौराहा –10 नं स्टाप, कोलार, बिठ्टन मार्केट, माता मंदिर, शिवाजी नगर जाने वाले राहगीर इस रास्ते से गुजरते हैं. यहां हेल्मेट की चेकिंग के लिए शाम के समय कई बार ट्रॉफिक पुलिस तैनात रहती है. पर यातायात कंट्रोल करने के लिए यहां ट्रॉफिक पुलिस नहीं रहती.
भोपाल हाट चौराहा – बल्लभ भवन, पर्यावास भवन, एमपीनगर, न्यूमार्केट जाने वाले राहगीर इस चौराहे से गुजरते हैं. यहां ट्रॉफिक सिग्नल है, पर बंद है. बिना ट्राफिक सिग्नल के इस चौराहे का यातायात भी वाहन चालकों के भरोसे है.
राजभवन तिराहा
राजभवन के सामने स्थित इस तिराहे पर ट्रॉफिक सिग्नल न होने के चलते दिन में कई बार जाम की स्थित बन जाती है. यहां यातायात की स्थित उस समय ज्यादा खराब हो जाती है जब स्टार बस या अन्य भारी वाहन को जाम के चलते रुकना पड़ता है. सिग्नल न होने के चलते न बाहन चालकों के रुकने का कोई निर्धारित समय होता है ओर न ही जाने का.
पॉलिटेक्निक चौराहा
इस चौराहे से एमपीनगर, न्यूमार्केट, श्यामला हिल्स, लालघाटी, पुराने भोपाल जाने वाले राहगीर गुजरते हैं. इतना व्यस्त चौराहा होने के बाद भी यहां न ट्रॉफिक सिग्नल है ओर न ही यातायात को कंट्रोल करने के लिए यहां ट्रॉफिक पुलिस की तैनाती नियमित होती है. सिर्फ वीआईपी के गुजरते वक्त ही कुछ समय के लिए यहां ट्रॉफिक पुलिस रहती है.
शहर के लगभग 30 व्यस्त चौराहों और तिराहों पर ट्रॉफिक सिग्नल नहीं हैं. पर नए ट्रॉफिक सिग्नल लगाने की जिम्मेदीरी नगर निगम की है.
-महेन्द्र जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात भोपाल
बिना ट्रॉफिक सिग्नल के कई चौराहो पर वाकई दिक्कत होती है. नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों को अपनी मनमानी करने का मौका मिल जाता है.
-करण सिंह, राहगीर
यातायात के भार को देखते हुए ही नए ट्रॉफिक सिग्नल लगाए जाते हैं. जहां आवश्यकता पड़ता है, वहां समय-समय पर सिग्नल लगा दिए जाते हैं.
-हरीश गुप्ता, उपायुक्त, परिवहन शाखा, नगर निगम भोपाल