आशुतोष राणा ने स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल इंडिया पर किया विमर्श
भोपाल,
एक ओर कंपनियां कहती हैं हमें लोग नहीं मिलते, वहीं दूसरी ओर लोग कहते हैं हमें काम नहीं मिलता. इसका कारण है दक्षता या स्किल की कमी. सफलता और असफलता के बीच में प्रतिभा का अंतर नहीं होता, बल्कि दक्षता का अंतर होता है.
यह बात लोकप्रिय बालीवुड कलाकार आशुतोष राणा ने आईसेक्ट समूह द्वारा स्किल डिवेलपमेंट पर आयोजित नैशनल कॉन्फ्रेंस में कही. मौका था, आईसेक्ट की स्किल डेवेलपमेंट एवं अन्य सुविधाओं पर आयोजित नैशनल कॉन्फ्रेंस का, जिसके अंतर्गत आईसेक्ट भारत पे कार्ड भी लॉन्च किया गया.
मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद राणा ने भारत पे कार्ड लॉन्च करते हुए सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम की सराहना की. आईसेक्ट समूह के इस आयोजन में देशभर से आए 1000 से भी ज्यादा कौशल विकास केंद्रों के प्रतिनिधियों और ऐंटरप्रन्योर्स ने शिरकत की. इनमें से कुछ चुनिंदा प्रतिनिधियों को पुरस्कृत भी किया गया.
साथ ही, राणा ने स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में आईसेक्ट समूह के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आईसेक्ट व्यावहारिक और व्यावसायिक शिक्षा की दिशा में सराहनीय काम कर रहा है. उन्होंने आगे कहा मूर्तिकार बाहर की चीजों से मूर्ति का निर्माण करता है जबकि शिल्पकार अंदर के वेस्ट को निकालकर उसे मूर्ति का आकार देता है. आईसेक्ट शिल्पकार की भूमिका निभाते हुए युवाओं के भविष्य को निखार रहा है.
आईसेक्ट के चेयरमैन संतोष चौबे ने आगामी योजनाओं से अवगत कराते हुए बताया,कौशल विकास के क्षेत्र में आईसेक्ट सालों से 33 सालों से काम कर रहा है और भविष्य में कई अन्य सेक्टरों में भी कोर्स शुरू करेगा. इसके अतिरिक्त आधार सर्विस में ऑथेंटिकेशन की सेवा भी शुरू की जाएगी.