जान हथेली पर लेकर टीकाकरण करने जा रही स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था करें

संजय चुन्नू बाजपेई
धार :  कोरोना महामारी और इंसान के बीच चल रही जंग में कोरोना को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है । जहां एक और डॉक्टर मरीजों का इलाज कर उन्हें नई जिंदगी दे रहे हैं तो वही अन्य छोटे स्वास्थ्यकर्मी जमीनी स्तर पर मोर्चा संभाले हुए हैं और यही टीम वैक्सीनेशन कर कोरोना वायरस को खत्म के लिए रात दिन ड्यूटी कर रही है । ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्रों में पहुंचकर यह टीम लोगों को वैक्सीन लगाने का काम कर रही है । यह टीम ऐसी जगहों पर भी पहुंच रही है जहां जाने के लिए रास्ते भी नहीं है घने जंगलों के बीच से गुजर कर यह टीम लोगों तक पहुंच कर वैक्सीन लगा रही है । धार जिले में कई ऐसे स्थान हैं जहां पर दिन में भी किसी का जाना खतरे से खाली नहीं होता है उन दुर्गम स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिनमें अधिकांश महिलाएं शामिल है पहुंचकर वैक्सीनेशन कर रही है ।

ऐसे में चिंता का विषय यह है कि नवागत कलेक्टर ने देर रात तक वैक्सीनेशन करने का आदेश जारी किया है ऐसे में दुर्गम क्षेत्रों से देर रात को लौटना स्वास्थ विभाग की महिला कर्मचारियों के लिए जोखिम भरा साबित हो रहा है । जिसके उदाहरण हमें गत दिनों देखने को मिले हैं । इसी के साथ एक और समस्या से भी स्वास्थ्य कर्मियों को जूझना पड़ रहा है
वैक्सीनेशन करने के लिए गांव पहुंच रही टीम पर लगातार हमले भी हो रहे हैं । जिसके चलते यह चिंता बढ़ गई है कि किसी दिन कोई बड़ी घटना ना घटित हो जाए किसी कर्मचारी की जान खतरे में ना पड़ जाए । ज्ञात हो कि इस टीम पर दोहरा खतरा मंडरा रहा है जहां इन्हें एक और चोर लुटेरों के हमले का खतरा बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक आपदा का भी खतरा बना हुआ है । वर्तमान में वर्षा काल का समय चल रहा है ।

धार जिले में कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है इन रास्तों के बीच में नालें और नदियां भी आती हैं तेज बारिश होने पर में यह रास्ते बंद हो जाते हैं ऐसे में टीकाकरण करने गई महिला स्वास्थ्यकर्मियों को अपने घर पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालना पड़ती है । गत दिनों ही धार जिले के एक ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण करने गई महिला स्वास्थ्यकर्मी रास्ता बंद होने कारण देर रात तक जंगल वाले रास्ते में फंसी रही गनीमत रही कि महिला स्वास्थ्य कर्मी के साथ कोई घटना घटित नहीं हुई । महिला स्वास्थ्य कर्मी ने फोन लगाकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जिसके पश्चात धार मुख्यालय से वाहन पहुंचा कर उन्हें धार लाया गया ।

इसी प्रकार वैक्सीनेशन करने वाली टीम पर कई स्थानों पर हमले भी हो रहे हैं । मारपीट व लूटपाट जैसी समस्याओं से भी इस टीम को रूबरू होना पड़ रहा है । प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन स्वास्थ्य कर्मियों विशेषकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के साधन सुनिश्चित करना चाहिए ताकि दूसरों की जान की रक्षा करने वाली स्वास्थ्यकर्मी टीम की भी रक्षा हो सके । ग्रामीण व दूरदराज वाले क्षेत्रों में टीकाकरण का समय देर रात तक नहीं बल्कि शाम तक ही रखना चाहिए जिससे स्वास्थ्यकर्मी टीकाकरण समय से पूर्ण कर अपने घर पहुंच सके क्योंकि जनता के साथ.साथ स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा करना भी जिला प्रशासन का ही दायित्व है ।

नव भारत न्यूज

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