जर्जर मकान तोडऩे की कार्रवाई पर उपजा विवाद सोशल मीडिया में वीडियो वायरल
जबलपुर : ओमती थाना अंतर्गत तीन पत्ती स्थित एक जर्जर मकान को तोडऩे नगर निगम का अतिक्रमण अमला पहुंंचा तो बवाल मच गया। कार्रवाई के दौरान नगर निगम अतिक्रमण प्रभारी और अधिवक्ता आमने-सामने आ गए। वकीलों ने अतिक्रमण दस्ता प्रभारी के साथ धक्का-मुक्की करते हुए मारपीट कर दी। वहीं अधिवक्ता का आरोप है कि अतिक्रमण दस्ते ने उनके साथ मारपीट की है। काफी देर चले हंगामे के बाद मामला थाने पहुंचा और दोनों पक्षों ने शिकायत की। मारपीट की घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
यह है मामला
बताया जाता है कि ओमती थाना अंतर्गत तीन पत्ती स्थित एक मकान काफी जर्जर हो चुका था। मकान सुशीला शुक्ला का है जिसमें 7 किराएदार है। मकान इस कदर जर्जर हो चुका है कि एक तरफ मकान पूरा झुक गया है। गुरुवार को दोपहर बाद नगर निगम का अमला जर्जर मकान तोडऩे पहुंच गया। सहायक आयुक्त वेदप्रकाश चौधरी के मुताबिक इसकी सूचना एसडीएम,एसपी और ओमती थाने को दी गई थी। पर बताते हैं कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह अमले के साथ मकान तोडऩे पहुंच गए। इसी मकान में पेशे से अधिवक्ता शार्दुल ठाकुर भी रहते हैं। उन्होंने और उनके साथियों ने मकान तोडऩे का विरोध किया। इसे लेकर उनके बीच कहासुनी हो गई। अधिवक्ताओं एवं नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी व सहायक आयुक्त वेदप्रकाश के बीच तीखी बहस के बाद मारपीट हो गई।
मारपीट की सूचना पर पहुंचे साथी अधिवक्ता
अधिवक्ता शार्दुल ठाकुर के मुताबिक नगर निगम सहायक आयुक्त और उनके अमले ने उनके साथ बेल्ट से मारपीट की। इस सूचना पर 10-15 की संख्या में और अधिवक्ता सचिन गुप्ता के साथ पहुंच गए। विवाद की सूचना पर कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना भी पहुंच गए थे।
सहायक आयुक्त ने लगाई दौड़
सहायक आयुक्त का आरोप है कि कुछ बाहरी लोगों को भी बुला लिया था। सभी लोगों ने मिलकर सहायक आयुक्त वेदप्रकाश चौधरी पर हमला बोल दिया। वह बचने के लिए दौड़ लगा दिए। वकीलों ने दौड़ा दिया। सहायक आयुक्त वेदप्रकाश चौधरी का कहना है कि कोर्ट ने जर्जर मकान न तोडऩे पर फटकार लगाई थी। कोर्ट के आदेश के क्रम में ही वह मकान तोडऩे पहुंचे थे। उन्होंने तो वहां रह रहे किराएदारों से बात भी की थी कि कोई स्टे आदि हो तो पेश कर दें। लेकिन अधिवक्ताओं ने अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी।
ट्रस्ट की जमीन, मामला कोर्ट में विचाराधीन, डेढ़ लाख की मांग का आरोप-
अधिवक्ताओं का कहना था कि भगवती बाई शिवमंदिर ट्रस्ट की जमीन पर मकान बना हुआ है, मामला पहले से विवादग्रस्त है और प्रकरण से संबंधित एक मामला जिला कोर्ट में विचाराधीन है। अधिवक्ता का कहना है कि जर्जर मकान को लेकर नोटिस आया था जिसकी मरम्मत करवा दी गई थी। उसके बावजूद नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी व सहायक आयुक्त वेदप्रकाश ने डेढ़ लाख रूपए की मांग की थी और कहा कि अगर रकम नहीं दी तो मकान तोड़ देंगे, हमारे पास ऊपर से आदेश है।
जर्जर मकानों में रह रहे लोग
उल्लेखनीय है कि शहर में अनेक मकान ऐसे हैं जो जर्जर हो चुके हैं। इसमें अब भी लोग रह रहे हैं। ये मकान खाली करने तैयार नहीं है। जबकि जर्जर मकान बारिश के बाद अब खतरनाक रूप ले चुके हैं।
इनका कहना है
दोनों पक्षों की ओर से शिकायत दी गई है। अधिवक्ता शार्दुल ठाकुर ने नगर निगम के सहायक आयुक्त वेदप्रकाश चौधरी सहित अन्य पर मारपीट का आरोप लगाया है। वहीं वेदप्रकाश चौधरी की ओर से शार्दुल ठाकुर सहित कुछ अधिवक्ताओं और अन्य के खिलाफ मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की शिकायत दी है। दोनों प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है।
एसपीएस बघेल, थाना प्रभारी ओमती