नयी दिल्ली 03 नवंबर (वार्ता) देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल लाभ 8889.84 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 5245.88 करोड़ रुपये की तुलना में 69 प्रतिशत अधिक है।
बैंक के निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी वित्तीय लेखाजोखा के अनुसार जोखिम में फंसे ऋण के लिए प्रावधान में इस तिमाही में कमी आने से मुनाफे में यह बढोतरी हुयी है।बैंक का सितंबर में समाप्त तिमाही में एकल लाभ 7627 करोड़ रुपये रहा है जो सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही के 4574 करोड़ रुपये की तुलना में 66.73 प्रतिशत अधिक है।
सितंबर में समाप्त इस तिमाही में बैंक की ब्याज आय 73029.13 करोड़ रुपये रही है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 70043.05 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक ने कहा कि सितंबर 2021 में समाप्त इस तिमाही में उसका सकल गैर निष्पादित परिसंपत्ति 123941.77 करोड़ रुपये रहा है जबकि सितजंबर 2020 को समाप्त तिमाही में यह राशि 125862.99 करोड़ रुपये रही थी।
समीक्षाधीन अवधि में बैंक का सकल एनपीए 5.28 प्रतिशत से घटकर 4.90 प्रतिशत पर आ गया।
इस दौरान शुद्ध एनपीए भी 1.59 प्रतिशत से घटकर 1.52 प्रतिशत पर आ गया।
बैंक ने कहा कि इस तिमाही में ऋण से हुये नुकसान की भरपाई के लिए 2699 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह राशि 5619 करोड़ रुपये रही थी।इस तरह से इसमें 51.96 प्रतिशत की कमी आयी है।