संजय सागर डेम की क्षतिग्रस्त नहरों का अब तक नहीं हुआ सुधार
किसान फसलों में पानी देने कर रहे इंतजार
नटेरन 10 नवम्बर नवभारत न्यूज,
नटेरन तहसील क्षेत्र के कई गांवों में संजय सागर डेम की नहरें क्षतिग्रस्त पड़ी हुयी हैं, जिससे किसान रबी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं.
शमशाबाद क्षेत्र में बने संजय सागर डेम की नहरें नटेरन तहसील क्षेत्र के ग्राम सेऊ, निपानिया से नागौर सहित कई जगह पर पूर्व में भारी बारिश होने ओर खेतों का पानी तेज गति से नहरों में आने के कारण फूटी पड़ी हुई हैं.अधिकांश किसानों ने अपने खेतों में गेहूं,चना,मसूर आदि रबी फसलों की बोनी बिना पलेवा के कर दी है.वहीं फूटी पड़ी हुई नहरों की कोई मरम्मत नहीं हुई, जिससे किसानों को अपनी फसलों में पानी देने में बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है.
इन गांवों में फूटी पड़ी है नहर
संजय सागर डेम के तहत ग्राम रिनिया, नगतरा, नटेरन, रावन ,निपानिया, मूडरा, नागोर, खेराई आदि गावों के किसान नहरों से पानी लेकर अपनी फसलों कि सिंचाई करते हैं, परंतु अभी तक सिंचाई विभाग ने यहां की नहरों की ना तो मरम्मत की और ना ही कोई साफ सफाई की. जिससे किसानों की फसलों तक पानी पहुंचना टेडी खीर होगा.
नहरों में जमी मिट्टी, कटीली झाडिय़ां
बारिश काल में संजय सागर डेम की नहरों ओर इनसे संलग्न माईनर में भारी मात्रा में मिट्टी जम गई तथा किनारों पर घास,कटीली झाडिय़ां जगह-जगह देखी जा सकती हैं जिनकी कोई सफाई अभी तक नहीं की गई है.
कई किसान कर रहे पलेवा तक के लिये इंतजार
नटेरन तहसील क्षेत्र के नहर से संलग्न ग्रामों के कई किसान अभी भी पलेवा हेतु नहर आने का इंतजार कर रहे हैं और नहर प्रशासन द्वारा अभी तक नहरों की मरम्मत और साफ-सफाई तक नहीं की गई है. समय भी काफी गुजर गया है.
राशि आवंटन के बाद भी नहीं हुयी सफाई
जिला प्रशासन द्वारा नहरों की मरम्मत और साफ सफाई हेतु राशि का आवंटन भी किया जा चुका है. ऐसे में नटेरन क्षेत्र की क्षतिग्रस्त पड़ी हुई नहर में कोई भी काम नहीं होने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं. किसान सोचते हैं कि अगर नहरों की समय पर मरम्मत और साफ-सफाई का कार्य नहीं हुआ तो खेतों तक पानी कैसे पहुंचेगा और किसान अपनी फसलों को कैसे सिंचित करेंगे?