अनुराग ने भारत को विश्व सिनेमा का हब बनाने पर दिया जोर

पणजी  (वार्ता) केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने क्षेत्रीय फिल्म समारोहों का दायरा बढ़ाने और भारत को विश्व सिनेमा का हब बनाने पर जोर दिया है।
श्री ठाकुर ने रविवार को यहां 52वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव(आईएफएफआई) के समापन समारोह के मौके पर कहा, “ हमें अभी और अधिक करने की जरूरत है। हम क्षेत्रीय फिल्म समारोहों को दायरा बढ़ाने के साथ ही भारत को विश्व सिनेमा का हब बनाना चाहते हैं। हम युवाओं की अपार तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत को विश्व सिनेमा का पोस्ट-प्रोडक्शन का केंद्र बनाना चाहते हैं। हम भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र और कहानीकारों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बनाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि इस आईएफएफआई में पहली बार हमारे पास ओटीटी प्लेटफार्मों की उपस्थिति और उत्साही भागीदारी थी। आईएफएफआई ने नयी तकनीकी को अपनाया है और बदलते समय के साथ तालमेल बिठाया है। हमने ब्रिक्स देशों की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का भी प्रदर्शन किया है और हम आशा करते हैं कि यह साझेदारी और आगे बढ़ेगी।”
उन्होंने अपनी तरह की पहली पहल “75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो” को याद किया, जिसमें 75 नवोदित कलाकारों को आईएफएफआई में होस्ट किया गया था और आजादी का अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय उत्सव के हिस्से के रूप में अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा को पेश करने का दुर्लभ अवसर मिला।
श्री ठाकुर ने कहा कि फिल्म निर्माताओं, छात्रों और सिने प्रेमियों सहित दुनिया भर से लगभग 10,000 प्रतिनिधियों ने हाइब्रिड प्रारूप में महोत्सव में भाग लिया। महोत्सव के दौरान 234 स्क्रीनिंग हुई जिसमें लगभग 450 घंटे की फिल्में दिखाई गयी।
उन्होंने कहा, “ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की है। सरकार ने 15 नवंबर-22 नवंबर-2021 को जनजातीय गौरव सप्ताह के रूप में मनाया है। यह बहुत अच्छा है कि हमें इसी महीने आदिवासी समुदाय पर एक फिल्म मिली है।”

नव भारत न्यूज

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