शिवपुरी: जिले के बामोरकलां स्थित निवोदा गांव में रविवार की देर रात पुलिस ने एक 11 साल की लड़की का बाल विवाह रुकवा दिया। अछरोनी निवासी इस बालवधू की शादी 22 साल के युवक बंटी पुत्र प्रभु वाल्मीकि से की जा रही थी। मासूम के विवाह बंधन में बंधने से पहले ही मामले की जानकारी खनियांधाना के गूडर सेक्टर की आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक पारुल जैन को लग गई।
वह बामोरकलां थाने पहुंचीं और पुलिस को सूचना देते हुए वहां से एसआई नीरज राणा को साथ लेकर निवोदा गांव पहुंचीं। शादी की तैयारियां की जा रही थीं। रविवार की देर रात दोनों को विवाह बंधन में बांधा जाना था, परंतु इससे पहले ही शादी को रुकवाकर दूल्हा बंटी सहित उसके पिता प्रभु वाल्मीकि व किशोरी के पिता के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
अछरोनी निवासी जिस लड़की को बाल वधु के रूप में तैयार कर उसे विवाह बंधन में बांधने की तैयारी की जा रही थी, उसे अधिकारियों ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश करने के बाद वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है। यह बाल विवाह बेहद गुपचुप तरीके से किया जा रहा था। परिवार अपनी बेटी को लेकर अछरोनी से लेकर लड़के वाले के घर निवोदा गांव आ गया था, ताकि किसी को खबर न लग सके। घर के बाहर भी शादी जैसा माहौल नजर नहीं आ रहा था। उपनिरीक्षक नीरज राणा ने बताया कि हमें आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक के माध्यम से सूचना मिली थी। सूचना की तस्दीक के लिए जब मौके पर पहुंचे, तो वहां नाबालिग की शादी की तैयारी की जा रही थी। जिस पर आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।