भोपाल, 17 दिसंबर (वार्ता) यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान पर मध्यप्रदेश में भी लगभग 40 हजार बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर आज पुनः हड़ताल पर रहे, जिसके चलते सभी सरकारी एवं निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज ठप्प रहा।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के मध्यप्रदेश के कोआर्डिनेटर वी के शर्मा ने बताया कि राजधानी भोपाल में हड़ताली बैंक कर्मचारी एवं अधिकारियों द्वारा सुबह 11 बजे से भारतीय स्टेट बैंक स्थानीय प्रधान कार्यालय होशंगाबाद रोड के पास स्थित भारतीय स्टेट बैंक की कमर्शियल शाखा, पंजाब नेशनल बैंक जोनल ऑफिस अरेरा हिल्स, बैंक ऑफ महाराष्ट्र रीजनल ऑफिस अरेरा हिल्स में प्रदर्शन किया गया।
इसके अलावा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जोनल ऑफिस अरेरा हिल्स, यूको बैंक जोनल ऑफिस अरेरा हिल्स, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जोनल ऑफिस अरेरा हिल्स, बैंक ऑफ इंडिया जोनल ऑफिस जेल रोड, केनरा बैंक रीजनल ऑफिस पर्यावास भवन जेल रोड, इंडियन बैंक जोनल ऑफिस गौतम नगर, बैंक ऑफ बड़ौदा जोनल ऑफिस एमपी नगर जोन वन मनोहर डेयरी के सामने एवं बैंक ऑफ बड़ौदा बेतवा कॉम्प्लेक्स न्यू मार्केट भोपाल के सामने प्रभावी प्रदर्शन कर सभाओं के आयोजन किए।
श्री शर्मा ने बताया इसके साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों में बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी हड़ताल पर रहे। उन्होंने बताया कि बैंकों का प्रस्तावित निजीकरण, सरकार द्वारा उठाया गया प्रतिगामी कदम है। यह जन, श्रम, रोजगार, किसान एवं मजदूर विरोधी है। इसका हर स्तर पर विरोध होना चाहिए। उन्होंने दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी बैंक कर्मियों का क्रांतिकारी अभिवादन कर उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने बैंक के ग्राहकों से कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल, राष्ट्र एवं जनहित को ध्यान में रखते हुए मजबूरी में उठाया गया कदम है।