बैंक खाते से राशि आहरित करने वाले आरोपी को सरई पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरोपी ने नाना के रकम से खेल लिया गेम
सिंगरौली : को साढ़े 8 लाख रूपये का चपत लगाने वाले फ्रॉड नाती को फरियादी की रिपोर्ट पर सरई पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए कार्रवाई की है। फ्रॉड आरोपी ने 8 सितम्बर से 29 अक्टूबर के मध्य यूनियन बैंक सरई से नेटवर्किंग के माध्यम से राशि आहरित कर लिया था। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध मामला पंजीबद्ध करते हुए गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। हैरानी की बात है कि आरोपी जहां फ्रॉड था वहीं ऑनलाईन गेम खेलने में भी रकम खर्च कर दिया।
घटना के संबंध में सरई थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष तिवारी ेन बताया कि फरियादी सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी छोटा प्रसाद जायसवाल पिता रामबरन जायसवाल उम्र 63 वर्ष निवासी सरई अमहा टोला ने रिपोर्ट किया कि उसके खाते से 8 लाख 51 हजार रूपये किसी अज्ञात व्यक्ति ने यूनियन बैंक शाखा सरई से आहरित कर लिया है। फरियादी की रिपोर्ट पर सरई पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला पंजीबद्ध कर तलाश में जुट गयी। टीआई ने उक्त घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह, एएसपी अनिल सोनकर एवं एसडीओपी प्रियंका पाण्डेय को अवगत कराते हुए सायबर टीम की मदद लेना शुरू कर दिये।
इस दौरान ऑनलाईन नेटवर्किंग के माध्यम से उपयोग किये गये मोबाइल व सिमधारक की पता तलाश शुरू करते हुए संदिग्धों से पूछताछ की गयी। जिसमें सनत कुमार उर्फ संत जायसवाल पिता छोटेलाल जायसवाल उम्र 25 वर्ष निवासी इटमा थाना सरई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गयी इस दौरान पता चला कि आरोपी ने 8 सितम्बर 21 से लेकर 29 अक्टूबर तक के मध्य राशि आहरित किया है। टीआई ने आगे बताया कि जिस वक्त फरियादी यूनियन बैंक सरई राशि आहरण करने आता था उस दौरान आरोपी ने उसका आधार कार्ड एवं पासबुक की छायाप्रति अपने पास रख लिया था।
साथ ही पूर्व से बंद अपने मामा की सिम को चालू कर फर्जी तरीके से मोबाइल नंबर से फरियादी के खाते से लिंक व केवाईसी अपडेट कराने में सफल रहा। टीआई ने आगे बताया कि 8 सितम्बर से 29 अक्टूबर के बीच ऑनलाईन गेम्स एवं अन्य एप्पस में फरियादी के खाते से 8 लाख 51 हजार रूपये खर्च होना पाया गया है। उक्त कार्रवाई में टीआई संतोष तिवारी, एएसआई इन्द्रलाल माझी, प्रआर गणेश मीणा, आर.सोबाल वर्मा, सूरज धाकड़, बबलू यादव, अहिवरण गुर्जर की भूमिका सराहनीय रही।