खस्ताहाल चुरहट सड़क: एनएच ने निर्माण से किया इंकार,फिर जनता को करना पड़ेगा इंतजार!


० कार्यपालन यंत्री एनएच पीडब्लूडी संभाग रीवा द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-39 एक्सटेंशन सड़क सर्रा-चुरहट-मोहनिया के निर्माण हेतु 40.16 करोड़ के भेजे गये प्राक्कलन में 10.61 करोड़ की मिली स्वीकृति बनी इंकार की वजह
सीधी 29 दिसम्बर। खस्ताहाल चुरहट सड़क के निर्माण कराने से एनएच ने साफतौर से इंकार कर दिया है। ऐसे में चुरहट की जनता को सुविधायुक्त सड़क पाने के लिये फिर से इंतजार करना पड़ेगा। कार्यपालन यंत्री एनएच पीडब्लूडी संभाग रीवा द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-39 एक्सटेंशन सड़क सर्रा-चुरहट-मोहनिया के निर्माण हेतु 40.16 करोड़ के भेजे गये प्राक्कलन में महज 10.61 करोड़ की मिली स्वीकृति के चलते सड़क का निर्माण ना करा पाने की वजह बताई है।
एनएच पीडब्ल्यूडी संभाग रीवा के कार्यपालन यंत्री द्वारा अपने ज्ञाप क्र. 1851, दिनांक 23 दिसम्बर 2021 के माध्यम से परियोजना निदेशक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण क्रियान्वयन इकाई जबलपुर को लेख किया है कि मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र भोपाल के पत्र दिनांक 5 जनवरी 2019 और 31 दिसम्बर 2019 द्वारा रिजनल आफिसर भोपाल को चुरहट की सड़क निर्माण के लिये भेजे गये प्राक्कलन में अनुमानित लागत 40.16 करोड़ थी। परंतु पीआईयू कटनी द्वारा परीक्षण पश्चात अनुमानित उक्त प्राक्कलन को कम कर राशि 19.26 करोड़ कर दिया गया। इसमें भी सक्षम अधिकारी द्वारा प्राक्कलन राशि 19.26 करोड़ को घटाकर 10.60 करोड़ कर दिया गया। मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र भोपाल द्वारा अनुमाति प्राक्कलन राशि 40.16 करोड़ का भेजा गया था जिसे एनएचएआई द्वारा प्राक्कलन की राशि घटाकर 10.60 करोड़ किये जाने का अनुमोदन किया गया। हकीकत में मार्ग में सुधार हेतु 40.16 करोड़ की आवश्यक है, क्योंकि मार्ग अत्यंत खराब हो गया है। ऐसे में अनुमोदित लागत 10.60 करोड़ में कार्य एनएचएआई पीआईयू जबलपुर से ही कराया जाना उचित होगा। क्योंकि एनएच पीडब्ल्यूडी संभाग रीवा उक्त लागत में कार्य करा पाने मेंं पूरी तरह से असमर्थ है। एनएच पीडब्ल्यूडी संभाग रीवा द्वारा चुरहट की खस्ताहाल सड़क का निर्माण 10.60 करोड़ की राशि से करा पाने में अपनी असमर्थता जाहिर करने के बाद अब सड़क का निर्माण कार्य खटाई में पड़ गया है।
जानकारों का कहना है कि 22.40 किलोमीटर लम्बाई की सर्रा-मोहनिया तक की समूची सड़क गहरे गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जिसके निर्माण के लिये करीब 50 करोड़ रूपए राशि की आवश्यकता है। विभागीय उलझनों में फंसने के कारण वास्तविक लागत की राशि स्वीकृत नहीं हो सकी है। ऐसे में जब तक सड़क निर्माण के लिये आवश्यक लागत की राशि स्वीकृत नहीं होती निश्चित ही निर्माण कार्य संभव नहीं हो सकेगा। इस मामले में रिजनल आफिसर एनएचएआई भोपाल द्वारा वास्तविक लागत 40.16 करोड़ की राशि का ही भेजा गया था परंतु पीआईयू कटनी द्वारा परीक्षण पश्चात अनुमानित प्राक्कलन की राशि में आधे से ज्यादा की कटौती का सिलसिला शुरू करा दिया गया।

ऊंट के मुंह में जीरा जैसी मिली सड़क निर्माण की राशि
सर्रा-चुरहट-मोहनिया की खस्ताहाल 22.40 किलोमीटर की सड़क के निर्माण के लिये वर्तमान जरूरत के अनुसार 64.10 करोड़ की राशि की जरूरत है। इसके अनुसार ही चीफ इंजीनियर एनएच जोन भोपाल द्वारा प्राक्कलन तैयार किया गया था। किन्तु पीआईयू कटनी एवं सक्षम अधिकारी द्वारा प्राक्कलन राशि में भारी कटौती करते हुये 10.60 करोड़ कर दिया गया, जो राशि सड़क निर्माण के लिये स्वीकृत है। वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। इससे सड़क का निर्माण कार्य करा पाना किसी भी एजेंसी के लिये संभव नही है।

सड़क निर्माण हेतु एनएच पीडब्ल्यूडी को लिखा गया है पत्र: एनएचएआई
एनएचएआई (पीआईयू) जबलपुर परियोजना निदेशक सुमेश बंजल ने नवभारत से चर्चा के दौरान बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-39 रीवा-सीधी के एक्सटेंशन मार्ग सर्रा-चुरहट के सड़क निर्माण हेतु कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग रीवा को पत्र लिखा गया है। यदि संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण नही कराया जाता तो एनएचएआई या अन्य निर्माण एजेंसी द्वारा सड़क का निर्माण कार्य कराया जायेगा।

अनुमोदित लागत में कार्य कराने में असमर्थ है: एनएच पीडब्ल्यूडी
लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग रीवा कार्यपालन यंत्री इंजी. शंकर लाल ने नवभारत से चर्चा करते हुये बोले कि रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग-39(75) की एक्सटेंशन सड़क सर्रा-चुरहट-मोहनिया के निर्माण हेतु रिजनल ऑफिसर एनएचएआई भोपाल को 40.16 करोड़ राशि का प्राक्कलन भेजा गया था। एनएचएआई द्वारा प्राक्कलन की लागत 10.60 करोड़ में किये जाने का अनुमोदन किया गया है। उक्त अनुमोदित लागत राशि में कार्य कराने में विभाग असमर्थ है।
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