तीसरी लहर : कितना तैयार है स्वास्थ्य विभाग

० कोरोना की तीसरी लहर से जंग लडऩे जागरूकता एवं स्वास्थ्य अधो-संरचना को सुदृढ़ करने को मिले प्राथमिकता, कोरोना अनुकूलन व्यवहार का पालन करने पर रहे जोर
० वैक्सीनेशन, आईसीयू वार्ड, आक्सीजन प्लांट समेत आवश्यक मशीनों की व्यवस्था

सीधी :  जिले में कोविड के संभावित तीसरी लहर को रोकने एवं निपटने के लिए जागरूकता एवं सतर्कता के साथ स्वास्थ्य अधो-संरचना को सुदृढ़ करने का कार्य सीधी जिले में युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। लोगों में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने की आदत बनें इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान शुरू करने की तैयारी है।वैक्सीनेशन को बढ़ाने, आईसीयू वार्ड की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के साथ ही जिला मुख्यालय एवं सभी पीएससी स्तर पर आईसोलेशन वार्ड विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी संचालित करने की व्यवस्था बनाई जा रही है। जिला अस्पताल में आवश्यक मेडिकल उपकरणों की व्यवस्था के साथ ही वेंटिलेटर भी चालू हालत में रखे गये हैं। जिला अस्पताल में आक्सीजनयुक्त 150 बेड बनाये जा चुके हैं जिनमें पाईप के माध्यम से बेड तक आक्सीजन की सप्लाई होगी।

मानीटर मशीन भी बेडों में लगाये गये हैं। कई अन्य आधुनिक मेडिकल उपकरण भी जिला अस्पताल में व्यवस्थित हो चुके हैं। दरअसल कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने, उसके प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए पुख्ता रणनीति पर काम शुरू हो चुका है।वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए अनुमान है कि जिले में तीसरी लहर आने की आशंका है। कोरोना संक्रमण के जिले में समाप्त होने के बाद से ही गतिविधियों के बढऩे और सावधानी का पालन नहीं करने से तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है। ऐसे में सभी को जागरूक तथा लगातार सतर्क रहना होगा। कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने, मास्क लगाने, दूरी बनाए रखने, भीड़ नहीं लगाने और बार-बार हांथ धोने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। इसमें क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों की महत्वूपूर्ण भूमिका है।
००
यह है भावी कोरोना नियंत्रण रणनीति
तीसरी लहर की भावी रणनीति है कि कोरोना संक्रमण का फैलाव न होने इस के लिये सीधी जिले में कोरोना टेस्ट शुरू किये जायेंगे। ताकि किसी भी कोने में यदि कोई पॉजिटिव केस सामने आता है तो उसकी तत्काल पहचान की जा सके। टेस्ट रिपोर्ट एक दिन में आए ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है है। जो भी व्यक्ति पॉजिटिव आएगा उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी और पॉजिटिव व्यक्ति को होम आईसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखकर उपचार किया जाएगा।

तीसरी लहर की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
जिले में तीसरी लहर का सामना करने को लेकर आवश्यक अधो-संरचना तैयार की जा चुकी है। वहीं स्वास्थ्य अधो-संरचना को सुदृढ़ करने के लिए गतिविधियां भी आवश्यकता के अनुसार पूर्ण हो चुकी हैं। जिला एवं सीएससी अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्थाएं एवं बेड बढ़ाये गये हैं। जिला अस्पताल में 152 आक्सीजनयुक्त बेड के साथ ही आईसीयू की व्यवस्था भी बनाई गई है। वहीं बच्चों के लिये अलग से आईसीयू की व्यवस्था पूर्ण हो चुकी है।
वातावारण निर्माण करना आवश्यक
तीसरी लहर को रोकने में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। इसके लिए ग्राम, वार्ड स्तर पर वातावरण निर्माण करने का अभियान शुरू करना काफी आवश्यक होगा। स्थानीय भाषा में स्लोगन, नारों, आकर्षक वाक्यों का उपयोग किया जाए। बैनर, होर्डिंग्स, वॉल-पेंटिंग से लोगों को मास्क लगाने, दूरी बनाने आदि के लिए प्रेरित किया जाना चाहिये। तीसरी लहर से बचाव में टीकाकरण भी बहुत प्रभावी है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य, कोरोना वॉलेंटियर, जन अभियान परिषद और आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित सारा मैदानी अमला मिलकर टीकाकरण के लिए वातावरण बनाने में जुटें, जिससे सभी का वैक्सीनेशन पूर्ण हो सके।

इनका कहना है
जिले में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को तेजी के साथ बनाया जा रहा है। जिला अस्पताल में जहां आक्सीजन प्लांटों के माध्यम से पर्याप्त आक्सीजन की सप्लाई पाईप के माध्यम से बेडों तक होगी, वहीं सभी पीएससी में भी आक्सीजन कंस्ट्रेटर भेज दिये गये हैं। जिला मुख्यालय के साथ ही सभी पीएससी में जहां पिछले वर्ष आइसोलेशन वार्ड बनाये गये थे फिर से उन्हें चालू रखने की व्यवस्था बना दी गई है। वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार जिले में पर्याप्त स्वास्थ्य अमला है। तीसरी लहर आने पर शासन के निर्देशानुसार आवश्यक भर्ती आगे की जायेगी।
डॉ. आई.जे.गुप्ता, सीएमएचओ सीधी
जिला अस्पताल मेंं कोविड से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यहां दो आक्सीजन प्लांट पहले से ही स्थापित थे। अब तीसरा लिक्विड आक्सीजन प्लांट का निर्माण भी तेजी के साथ किया जा रहा है। जिसके एक सप्ताह बाद शुरू हो जाने की संभावना है। जिला अस्पताल 152 आक्सीजनयुक्त बेड मौजूद हैं वहीं कोविड आईसीयू, सीसीयू, पीसीएसएसयू, बच्चों के लिये आईसीयू, एचडीयू आदि व्यवस्थाएं भी बनाई गई हैं।
डॉ. एस.बी.खरे, सिविल सर्जन
जिला अस्पताल, सीधी

नव भारत न्यूज

Next Post

पेनल्टी कार्नर के बादशाह थे ओलंपियन सुरजीत सिंह

Fri Jan 7 , 2022
जालंधर, 07 जनवरी (वार्ता) कुआलालम्पुर में 1975 में भारत की विश्व कप जीत के सितारे, महान फुल बैक खिलाड़ी सुरजीत सिंह की आज 39वीं पुण्यतिथि है। पंजाब के खेल मंत्री ओलंपियन परगट सिंह ने सुरजीत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ओलंपियन सुरजीत सिंह 1984 में हमें छोड़कर चले […]

You May Like