संक्रमितों का सम्पर्क तलाशने में जुटा स्वास्थ्य विभाग का अमला, सम्पर्क में आये लोगों के लिये जा रहे सेम्पल
सीधी: जिले में आज कोरोना का बड़ा विस्फोट एक साथ 6 नए कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने से हो चुका है। यह जानकारी सामने आते ही प्रशासनिक अमले मेें हड़कम्प मच गया है। स्वास्थ्य अमला कोरोना मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री को खंगालनें में जुट गया है। सभी संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है। इससे पूर्व सीधी जिले में चुरहट में 28 वर्षीय महिला बैंक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इस तरह अब सीधी जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 7 हो गई है।लोगों में जिस तरह से लापरवाही बनी हुई है उसको देखते हुए यह संभावना पहले से ही जताई जा रही थी कि जिले में कोरोना संक्रमण की दस्तक देने के बाद से ही संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी। कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जो सक्रियता पहले से ही प्रदर्शित कर देनी चाहिए थी उसको लेकर बड़ी लापरवाही बनी हुई थी।
जिले में बाहर से आने वाले लोगों की संख्या बढऩे के साथ ही कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बनी हुई थी। जिसको देखते हुए कोरोना जांच को बढ़ाना काफी जरूरी था। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल कोरोना मरीजों की पहचान के लिए फीवर क्लीनिक का संचालन ही किया जा रहा है। फीवर क्लीनिक जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित हैं। कोरोना संक्रमण के बढऩे का जो खतरा बना हुआ है उसको रोंकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। देखा यह जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोंकथाम को लेकर किसी तरह के प्रयास अभी तक नहीं किए गए हैं। साथ ही बाजार क्षेत्रों में जो अव्यवस्था बनी हुई है उसको रोंकने के लिए भी जिला प्रशासन की ओर से कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
बाजार क्षेत्रों में मास्क लगानें एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना खास जरूरी है। यह तभी संभव है जब बाजार क्षेत्रों की निगरानी के लिए संयुक्त टीम लगातार भ्रमण करे और जो भी लापरवाह मिले उनके विरुद्ध चालानी कार्यवाई का सिलसिला भी शुरू हो। यदि यह व्यवस्थाएं शुरू नहीं होती तो दिनोंदिन कोरोना संक्रमण का खतरा और गंभीर होता जाएगा। इस मामले में जिला प्रशासन को जल्द से जल्द सक्रियता शुरू कराने की जरूरत है। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी क्राईसेस मैनेजमेंट कमेटियों को सक्रिय करनें की जरूरत है। कमेटी से जुड़े सदस्यों को अपने क्षेत्रों में लोगों को कोरोना गाईडलाईन का पालन करानें के लिए सतत प्रयास करना चाहिए।
साथ ही कोरोना संक्रमण के खतरे से बचनें के लिए लोगों को काफी आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें तथा एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें। हांथ मिलाने में परहेज करें तथा अन्य लोगों को भी मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनें के लिए प्रेरित करें। सभी के प्रयासों से ही कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोंका जा सकता है। बाजार क्षेत्रों में दुकानों के बाहर गोले बनवाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करानें की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।
इन इलाकों में मिले नये कोरोना संक्रमितजिले में आज जांच के बाद 6 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई। यह संक्रमित मरीज जिला मुख्यालय के समीपी नौगवां धीरसिंह में 1, टिकरी में 1, रामडीह में 2, पांड मझौली में 2 मिले है।
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित मरीजों की पहचान होने के बाद उनकी ट्रैवल हिस्ट्री खंगालनें में जुटा हुआ है। जिससे यह पता चल सके कि नए मिले संक्रमितों का संपर्क किनसे-किनसे हुआ है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच शुरू हो गई है। जिससे यह स्पष्ट हो सके कि कोरोना संक्रमित मरीज द्वारा अपने संपर्क में आए इतनें लोगों को संक्रमित किया गया है। संक्रमित मरीजों के घर के सदस्यों की जांच का काम भी काफी तेजी के साथ किया जा रहा है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए जिन लोगों के सेम्पल आज लिए गए हैं उसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से कितने लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना जांच के लिए अपनी व्यवस्थाओं को और भी विस्तारित किया जा रहा है। जिससे जल्द से जल्द कोरोना संक्रमितों की पहचान सुनिश्चित हो सके।
इनका कहना है
जिले में आज 6 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। जिनके उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी लोगों को कोरोना गाईडलाईन का पालन अनिवार्य रूप से करना चाहिए। जिसमें मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं तथा दो गज की दूरी बनाकर रखें। जिला अस्पताल मेंं कोरोना संक्रमित मरीजों की उपचार की समूची व्यवस्था है। लोग संक्रमण से बचने के लिए गाईडलाईन का पालन करें और घबराएं नहीं।
डॉ.एस.बी.खरे, सिविल सर्जन जिला अस्पताल सीधी