कोरोना से बचाव का तीसरा व अब तक का सबसे बड़ा बूस्टर डोज
ग्वालियर: कोरोना की तीसरी लहर के साथ ही बूस्टर डोज की डिमांग बढ़ गई है। ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने इस मामले में फुर्ती दिखाई और सोमवार को अपनी पत्नी श्रीमती नीलिमा शेजवलकर को लेकर जयारोग्य अस्पताल पहुंच गये। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिये तीसरी सुई यानी बूस्टर डोज लगवा लिया।कोविड की तीसरी लहर में कम समय में तेजी से संक्रमण फैलने और वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी संक्रमण होने के बाद प्रिकॉशन डोज (बूस्टर डोज) को अपनाया गया है।
ऐसे लोग जिनको वैक्सीन लगवाए 39 सप्ताह या लगभग 9 महीने से ज्यादा समय गुजर चुका है उनके लिए यह वैक्सीन जरुरी है। जिससे तीसरी लहर के साथ ही आगे उनको सुरक्षित किया जा सके। सोमवार से प्रिकॉशन डोज लगाने की शुरूआत हो चुकी है। इसमें सभी हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइनर्स व 60 साल से अधिक के उम्र के बुजुर्ग शामिल हैं।सांसद श्री शेजवलकर ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि कोविड के संक्रमण से बचाव को एक मात्र उपाय कोविड का टीका लगवाना ही हैं, जिन्होंने अपना पहला या दूसरा डोज नहीं लगवाया है, वह अपना टीका अवश्य लगवाएं और 15 से 18 वर्ष के किशोर भी आवश्यक रुप से अपना टीका लगवाएं।