मजदूरों एवं लकडहारों को पता ही नहीं क्या है स्वतंत्रता दिवस

पन्ना : देश 75 वाँ स्वतंत्रा दिवस का जश्न मना रहा है। आजादी का तिरंगा शहर से गावँ तक फहराया गया ।लेकिन आजादी के 75 साल वाद भी देश मे एक ऐसा तपका मौजूद है जिसे आजादी का अर्थ ही नही पता देश पर राज करने वाले जिम्मेदार आज़ादी के इस रंग को भी ठीक से देख लें जो मध्यप्रदेश के पन्ना से निकल कर सामने आया है। इस तस्वीर में लकड़हारे लोगों को स्वतंत्रा दिवस क्यों मनाया जाता है और राष्ट्रीय ध्वज क्यों फहराया जाता है…।इसका भी आज तक ज्ञान नही है। पन्ना से निकलकर सामने आई यह तस्वीर आजादी से अनजान महिलाएं ओर बच्चे गावँ से हर रोज की तरह 15 अगस्त को भी निकल कर लकड़ी बेचने पन्ना पहुंची है। जिन्हें आजादी का जश्न मनाने की तो दूर की बात है। बल्कि इन्हें यह भी नही पता कि 15 अगस्त को क्या होता है ये देश की आजादी से आजतक अनजान है तो सवाल यही उठता है कि क्या यही हमारा आधुनिक भारत है…? की देश मे एक तपका आज भी ऐसा है जो आजादी से अब भी अनजान है।

इनके लिए यही आजादी है कि इनके सर पर रखा लकड़ी का बोझ कोई खरीद ले…ओर उसमें जो मिले उससे उनके घर का चूल्हा जल जाए ओर भोजन मिल सके। इनके पास इनके मौलिक अधिकार ओर मूलभूत सुबिधाये भी नही पहुच सकी है।आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। कलिया (लकडहारी) बताती है कि हमे नही पता कि आज क्या है। लेकिन आज झंडा चढ़ता है। ये क्यों चढ़ता है इसका पता नही है।गरीबी है राशन कार्ड भी नही है कोई मदद नही मिलती। इसलिए हम लकड़ियाँ बेचते है। मोना (लकडहारी)बताती है कि हमको नही पता स्वतंत्रता दिवस क्या है। 15 अगस्त क्या होता है पता नही। पता होता तो आज लकड़ी बेचने नही आते। हमारा रोज का यही काम है।

नव भारत न्यूज

Next Post

अंततः 14 वर्षीय बालक की लाश दूसरे दिन मिली

Wed Aug 18 , 2021
पन्ना : पुलिस थाना अमानगंज से सूचना प्राप्त हुई कि मिढ़ासन नदी के चक दही घाट अमानगंज में एक बालक सुजल गुप्ता पिता संदीप गुप्ता उम्र 14 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 1 अमानगंज जिला पन्ना बह गया है सूचना प्राप्त होते ही होमगार्ड एवं एसडीआरएफ की टीम पन्ना से रवाना […]

You May Like