प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के आने से हजीरा सब्जी मंडी पर सियासत गर्माई
ग्वालियर: सब्जी मंडी तोड़ कर गरीबों का दमन करने और छात्र नेताओं को पर झूठे मामले दर्ज करने के विरोध में शनिवार को कांग्रेस ने बड़ा धरना प्रदर्शन किया। इस धरना में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी शामिल हुए । कमल नाथ 10 मिनट के लिए धरना पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने भाजपा को घेरने जमकर हुंकार लगाई । पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनौतीपूर्ण अन्दाज में कहा कि प्रदेश की तस्वीर अपने सामने रख लीजिए। ग्वालियर की मंडी तो एक उदाहरण है हर जगह, हर जिले में अन्याय हो रहा है। कमल नाथ का साथ मत देना, कांग्रेस का साथ नहीं देना पर सच्चाई का साथ देना।
सच्चाई का साथ दोगे तो प्रदेश का भविष्य सुरक्षित होगा। कुछ देर यहां रुकने के बाद वह निजी कार्यक्रम में शामिल होने निकल गए। उनके साथ पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व मंत्री व विधायक जयवर्धन सिंह भी आए।धरना स्थल पर कमल नाथ ने सब्जीविक्रताओं से कहा आज मुझे खुशी हो रही है कि मैं यहां आपके संघर्ष के बीच बैठा हूं। आप सच्चाई पर चलते रहें, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि जब भी आपको मेरी जरुरत होगी मैं आपके साथ खड़ा दिखाई दूंगा। यह मेरा आपसे वादा है।
यह है पूरा घटनाक्रम
– हजीरा स्थित वर्षो पुरानी सब्जी मंडी को जिला प्रशासन ने 31 जनवरी की सुबह 6 बजे पहुंचकर तोड़ दिया था।मंडी में व्यवसाय करने वाले सब्जीवालों को इंटक मैदान के पास मैदान में शिफ्ट कर दिया गया था। अचानक सुबह पहुंचकर तोड़फोड़ करने से सब्जी वाले नाराज हो गए थे। कांग्रेस पहले से ही विस्थापन का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रही थी। सब्जी विक्रेता केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीएम शिवराज सिंह से भी गुहार लगा चुके थे, लेकिन प्रशासन ने उनकी सुनी नहीं गई। प्रशासन द्वारा इस तरह तोड़फोड के विरोध में कांग्रेसियों ने 1 फरवरी को फूलबगा पर पुतला दहन कार्यक्रम रखा था। जिसमें पुतला छीनते समय एसआई दीपक गौतम झुलस गए थे। इसके बाद धरना दे रहे कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सुनील शर्मा का क्रेशर सील कर दिया गया। अब कांग्रेस इस लड़ाई को लड़ने आरपार के मूड में आ गई है।
कई नेता गिर पड़े, मीडिया से धक्कामुक्कीपूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ एयरपोर्ट से कांग्रेस नेता मितेन्द्र दर्शन सिंह के घर पहुंचे और वहां उनसे मुलाकात करने के बाद सीधे हजीरा सब्जी मंडी पर चल रहे धरना प्रदर्शन पर पहुंचे। यहां कमल नाथ 10 से 12 मिनट ही रूके हैं। जब वह धरना स्थल पहुंचे तो वहां कमल नाथ के सामने आने और करीब जाने के चक्कर में कई नेता गिर पड़े। इसके बाद जब मीडिया ने कमल नाथ से बात करना चाही तो उनके सुरक्षा कर्मियों ने धक्का मुक्की कर दी। इस दौरान कुछ मीडियाकर्मी भी गिर पड़े। बाद में कमलनाथ अशोकसिंह के थाटीपुर स्थित घर पर मीडिया से रूबरू हुए।