भोपाल, (वार्ता) देश भर में चर्चा का केंद्र बन चुकी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ देश में आजादी के बावजूद भी जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों को बयां करती है और ये अत्याचार काले अध्याय के रूप में दर्ज हुए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रात यहां पर्यटन विकास निगम के होटल में स्थित ‘ड्राइव इन सिनेमा’ में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ फिल्म को देखा। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, श्री चौहान के मंत्रिमंडल के सदस्य, भाजपा विधायक और अनेक पार्टी पदाधिकारी परिवार समेत फिल्म देखने पहुंचे।
श्री चौहान ने इस अवसर पर मीडिया से चर्चा में कहा कि देश को आजादी मिल चुकी थी। इसके बावजूद लगभग तीस वर्ष पहले जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के परिजनों के साथ अमानवीय अत्याचार हुए। उनकी महिलाओं पर भी अत्याचार किए गए। इस वजह से वे कश्मीर घाटी से पलायन करने के लिए मजबूर हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का काम किया गया। अब वहां पर सामान्य स्थितियां बन रही हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर के पुराने हालातों पर केंद्रित इस फिल्म को देखने का आग्रह सभी नागरिकों से किया और कहा कि राज्य में इस फिल्म को टैक्सफ्री कर दिया गया है।
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से कहा कि फिल्म में जम्मू कश्मीर के तीन दशक के पहले के हालातों को अत्यंत संवेदनशील तरीके से दर्शाया गया है। उन्होंने भी श्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी नीतियों के कारण ही जम्मू कश्मीर में फिर से शांति बहाली का मार्ग प्रशस्त हुअा है।