डीलरशीप दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाली गैंग पकड़ाई

क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
इंदौर:हर्बल कंपनी की डीलरशिप दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाली गैंग को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है. विजय नगर क्षेत्र में संचालित कंपनी के संचालक सहित 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी झूठे विश्वास में लेकर डीलरशिप दिलाने और उस पर कमिशन देने के नाम पर ठगते थे. पैसे अपने अकाउंट में डलवाकर प्रोडक्ट नहीं देकर ठगी करते थे.संचालक ने करीब 1 करोड़ रुपए कई आवेदकों से लेकर उनके साथ की थी ठगी. आरोपी पैसे लेकर थोड़े दिन बाद कंपनी का स्थान एवं नाम बदलकर नए नाम के साथ ठगी करते थे. आरोपियों से कस्टमर का प्रोडक्ट डाटा और कंपनी के नाम से चैकबुक एवं अन्य सामग्री भी मिली.

क्राइम ब्रांच में आवेदक ने साइबर हेल्पलाइन पर धोखा धडी संबंधी शिकायत की थी. इसकी जांच पुलिस उपायुक्त अपराध निमिष अग्रवाल के निर्देशन में फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल से कराई गई. मामले में आवेदक से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की गई. इसमें पता कि आवेदक को नेचुरल हर्बल साइंस कंपनी की डीलरशीप दिलवाने के नाम पर कॉल कर ठग ने बोला की कंपनी के खाते में पैसे डालने है. उसके बाद वो प्रोडक्ट्स भेजेगी और आपको संबंधित व्यक्ति को डिलीवरी देने पर कमीशन मिलेगा.

आवेदक द्वारा कैश ऑन डिलेवरी के साथ कुछ प्रोडक्टस मंगवाए. उसके बाद ठग द्वारा ज्यादा कमिशन देने के लिए कंपनी के खाते में पैसे डालने का बोलकर आवेदक से थोड़े-थोड़े पैसे करके 1,42,200 रूपए डलवाकर कोई प्रोडक्ट्स नहीं दिया. क्राइम ब्रांच ने आवेदक से फर्जी कंपनी के बैंक खाते व अन्य जानकारी लेकर जांच की. जाचं में क्राइम ब्रांच टीम व थाना विजय नगर द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर कंपनी संचालक आरोपी नितिन पिता प्रहलाद गडगे निवासी विजय नगर और प्रवेश पिता राजेंद्र राय निवासी ग्राम अमबाडा तहसील परासिया जिला छिंदवाड़ा को पकड़ा.
बदल देते थे नाम व स्थान
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि विजय नगर क्षेत्र में ऑर्बिट मॉल के पीछे स्काई स्पेस थर्ड फ्लोर से कंपनी ऑफिस बनाकर वेबसाइट व इंटरनेट कॉलिंग के द्वारा ग्राहकों से संपर्क करते थे. उन्हे कंपनी की डिलीवरी डीलरशिप दिलाने और प्रोडक्ट बेचने के नाम पर विश्वास में लेकर पैसे अपने बैंक खाते में डलवाकर आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स कम मात्रा में भेजकर छल करते थे. उन्होंने आवेदकों से ऑनलाइन पेमेंट करवाकर उन्हें प्रोडक्ट्स नहीं भेजना और थोड़े दिन बाद कंपनी का स्थान एवं नाम बदलकर वही कार्य फिर नए नाम से कंपनी बनाकर करना कबूला.

एक करोड़े से अधिक की ठगी
आरोपी ने आवेदक अनिल से 1,42,200 लेकर कंपनी प्रोडक्ट्स नहीं देना बताया और साथ ही कई आवेदकों से करीब 1 करोड़ रुपए की ठगी करना भी स्वीकार किया. फर्जी कंपनी की गैंग से जुड़े अन्य साथी आरोपियों की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है. दोनों आरोपियों को पकड़कर थाना विजय नगर में धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.

नव भारत न्यूज

Next Post

शासकीय उचित मूल्य दुकान पोंड़ीकला के विक्रेता और प्रबंधक के विरुद्ध एफआईआर

Sat Apr 30 , 2022
सतना : मजिस्ट्रेट अमरपाटन केके पांडेय ने गरीबों के राशन वितरण में हेराफेरी करने पर शासकीय उचित मूल्य दुकान पोंड़ीकला के विक्रेता रमाकांत पटेल और प्रबंधक रामायण प्रसाद मिश्रा के विरुद्ध अनियमितताओं के संबंध में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर अनुराग वर्मा के राशन दुकानों में […]

You May Like