छतरपुर में 47 डिग्री तापमान के साथ चलीं गर्म हवाएं
छतरपुर। पिछले दो दिनों से आसमानी आग से समूचा बुंदेलखंड धधक रहा है। शुक्रवार को जहां नौगांव दुनिया के सबसे गर्म शहरों में सातवें स्थान पर रहा तो वहीं शनिवार भी गर्म दिन के रूप में दर्ज किया गया है। शनिवार को खजुराहो का तापमान 48 डिग्री और छतरपुर का तापमान 47 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले एक दशक के आंकड़ों के मुताबिक 14 मई का दिन सबसे गर्म दिन के रूप में दर्ज हुआ है। आसमानी आफत से लोगों का हाल बेहाल है।
पश्चिम की ओर से आ रही गर्म हवाओं और सूरज की तपन ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। तापमान अधिक होने से इसके गंभीर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। सुबह 8 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो गया है। उधर शाम 6 बजे तक लू के थपेड़ों से लोग जूझते नजर आ रहे हैं। आसमानी आफत खुले आसमान में रहने वालों पर कहर ढा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले समय में गर्मी का प्रकोप और बढ़ेगा। पश्चिम और उत्तर-पश्चिम हवाओं के कारण तापमान में बढोत्तरी हो रही है। तापमान के बढऩे से जलस्रोतों का जल नीचे खिसक रहा है। जल स्तर पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन साल के 14 मई के तापमान पर नजर डालें तो इस वर्ष करीब 6 डिग्री तापमान अधिक दर्ज हुआ है। 2020 में 14 मई को अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहा। 2021 में 42 डिग्री तथा वर्तमान में तापमान 48 डिग्री पहुंचा है।
तीन साल का 7 मई से 14 मई तक का तापमान
दिनांक 2020 2021 2022
7 मई 21.8-38.4 25.2-41.2 22.5-41.6
8 मई 23.8-41.5 24.0-41.0 23.0-44.4
9 मई 25.0-42.6 25.5-41.2 24.0-42.0
10 मई 24.0-42.3 26.0-41.2 24.5-40.6
11 मई 22.6-38.2 22.0-40.8 25.0-41.6
12 मई 25.0-35.0 25.5-40.8 26.0-43.4
13 मई 23.5-41.8 23.9-39.8 25.2-47.0
14 मई 24.5-41.0 22.4-41.8 26.0-47.6
अघोषित कटौती ने छीनी नींद
एक तरफ आसमानी आफत से लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं तो वहीं दूसरी ओर अघोषित बिजली कटौती ने दिन का सुकून और रात की नींद छीन ली है। सहायक यंत्री रिंकू मीना बताते हैं कि किसी भी तरह की बिजली कटौती नहीं होती, लोड अधिक होने के कारण कहीं केबिल जल जाती है तो कहीं ट्रांसफार्मर से बिजली ट्रिप कर जाती है। चूंकि लोगों द्वारा लोड निर्धारित नहीं किया गया इसलिए उनके द्वारा लगातार बढ़ाए जाने वाले लोड से समस्या बढ़ी है। कार्यपालन अभियंता आरए मिश्रा के मुताबिक शुक्रवार को करीब 8 लाख यूनिट बिजली की खपत हुई है। तापमान बढऩे से ट्रांसफार्मर लगातार ट्रिप कर रहे हैं। कहीं लोड शिफ्टिंग तो कहीं ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगातार बिजली सुधार के प्रयास हो रहे हैं लेकिन तापमान भी बिजली सप्लाई में प्रमुख बाधक बन रहा है।