इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं में नई सोच व ऊर्जा का संचार होता है: पूर्व मंत्री
रीवा: के अमृत महोत्सव पर आधारित रघुनंदन महोत्सव का आयोजन गत रात्रि कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम रीवा में प्रारम्भ हुआ. कला, संस्कृति, साहित्य के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से कार्य कर रही नाट्य संस्था रंग उत्सव नाट्य समिति द्वारा तीन दिवसीय रघुनंदन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन के प्रथम सत्र में चित्रकला प्रतियोगिता तथा द्वितीय सत्र में तात्कालिक भाषण की प्रतियोगिता हुई. इस महोत्सव में नाट्य समारोह की शुरुआत दुलदुल घोड़ी नृत्य के साथ हुई. अमर शहीद ठाकुर रणमत सिंह जी, शहीद श्यामशाह जी की गाथा पर आधारित लोकगीतों पर लोकनृत्य दुलदुल घोड़ी का मंचन किया गया. इसके बाद प्रसिद्ध नाटक द ग्रेट राजा मास्टर ड्रामा कंपनी, की प्रस्तुति हुई. नाटक में लगभग 30 से अधिक कलाकारों ने प्रस्तुति दी. कलाकारों के अभिनय कौशल ने दर्शकों का मन मोह लिया.
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेंद्र शुक्ल ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाना गौरव की बात है. इस तरह के आयोजन से युवाओं में एक नई सोच एवं ऊर्जा प्रवाहित होती है. विंध्य ने आजादी के आंदोलन में जितनी सक्रियता से अपनी भूमिका अदा की. उसी प्रकार भारतमाता की सेवा के लिए आज भी हमारा पूरा क्षेत्र तत्पर है. युवा तरुणाई अपने अनुभवी अभिभावकों के मार्गदर्शन में नित नए प्रतिमान को स्थापित करेंगे. भारतमाता की सेवा और अपनी माटी की सेवा के लिए हम सदैव तैयार हैं.
श्री शुक्ल ने इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए संस्था को बधाई और साधुवाद देते हुए कहा कि कला, संस्कृति, साहित्य हमारे देश की धरोहर है और इस धरोहर को मंच से लोगों तक पहुंचाने वाली संस्थाओं के लिए शासन स्तर से हर संभव मदद देने का कार्य हुआ है और आगे भी किया जाएगा. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि ये युवा साथी हमेशा नई ऊर्जा के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों को संचालित करते हैं. हमे खुशी होती है कि हमारे युवा साथी अपने संस्कृति एवं साहित्य के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु प्रयत्नशील हैं. आजादी का अमृत महोत्सव और यह रघुनन्दन महोत्सव नए कीर्तिमान स्थापित करे तथा जिले के कलाकार विश्वमंच में क्षेत्र का नाम रोशन करें. इस अवसर पर संस्था के संरक्षक अमित गौतम, देवेंद्र सिंह, विभू सूरी, अशोक सिंह, बाल्मीकि गौतम, सूर्य नारायण पांडेय, तथा शहर के सुधी कला प्रेमी एवं दर्शक बड़ी संख्या में शामिल रहे.