नारायण विहार कॉलोनी की घटना, बीमारी से थे परेशान
ग्वालियर:नारायण विहार कॉलोनी में अमृत लाल त्यागी पुत्र दामोदर त्यागी जो आर्मी से रिटायर्ड फौजी है, ने रात में परिवार के साथ खाना खाया और सोने चले गए। कुछ देर बाद कमरे से गोली चलने की आवाज आई। परिजन पहुंचे तो अंदर कमरे में अमृत लाल त्यागी खून से सने पड़े थे और पास ही उनकी राइफल थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया।पुलिस को कमरे में सुसाइड नोट मिला है जिसमें मृतक ने लिखा है कि वह अपनी बीमारी से परेशान है और इसी लिए वह आत्महत्या कर रहा है और उनकी मौत के मामले में किसी को परेशान नहीं किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक फौजी के नाम पर दो रायफल थीं जिसमें एक रायफल को दो दिन पहले ही फौजी थाने में जमा कराकर आया था। जिस राइफल से फौजी ने गोली मार कर सुसाइड किया है उसे थाने में जमा कराने के लिए फौजी ने नहीं दी थी। मृतक का कहना था कि इस रायफल को वह खुद खाने में जमा करने जाएंगे।मृतक अमृतलाल के बेटे नितेश ने बताया कि मैं और मेरा भाई अपने-अपने कमरे में सो रहे थे। पिताजी खाना खाने के बाद घर के ऊपर वाले कमरे में सोने के लिए चले गए थे।
कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज आई। मुझे लगा कि घर का कोई बर्तन गिर गया है जिसकी आवाज आई है। थोड़ी देर बाद मेरे भाई ऊपर भागते हुए आया और कहने लगा किसी ने गोली चलाई है। उसके बाद हमने अपने पड़ोसी तोमर अंकल के साथ मिलकर कमरे में पहुंचे तो पिता अपने कमरे में मृत पड़े हुए थे और उनकी राइफल पास ही पड़ी थी। वे एक सुसाइड नोट छोड़ गए हैं जिसमें लिखा है कि मैं अपनी बीमारी के चलते खुद गोली मारकर आत्महत्या कर रहा हूं इसमें किसी का कसूर नहीं है। वे 10 साल से बीमार चल रहे थे
पुलिस का कहना
गोले का मंदिर थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग का कहना था कि रिटायर्ड फौजी ने खुद को गोली मार कर जान दी है। वह बीमारी से परेशान चल रहे थे। मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फौजी ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसकी जांच की जा रही है।