मुरैना: भारतीय गन्ना अनुसंधान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक डाक्टर एस एन सिंह ने मुरैना मे 16000 हेक्टेयर मे चम्बल नहर से सिचाई व पर्याप्त भूजल उपलब्धता के आधार पर कैलारस मे 3500 मेट्रिक टन प्रतिदिन पिराई क्षमता के कारखाने से सफलता पूर्वक उत्पादन का मत व्यक्त किया है।उन्होने लिखा है अब गन्ने से शक्कर के अलावा इथानाल बिजली बायोगैस आदि के मोलासिस से पोटाश का उत्पादन भी होने लगा है।
अगर यह कारखाना चलेगा तो हजारो लोगो को रोजगार के साथ किसानो आमदनी सुनिश्चित व दुगुनी कर क्षेत्र मे समृद्धि और खुशहाली आयेगी।प्राप्त जानकारी अनुसार वर्षो से बंद पड़े कैलारस शुगर सहकारी कारखाना चालू करवाने के लिए समाजसेवी सहकार को किसानों के हित में मजबूत करने वाले एमडी पाराशर के नेतृत्व में किसानों के सहयोग से सफलता मिली है.