नयी दिल्ली, 07 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय निर्वाचन आयोग ने आकाशवाणी के सहयोग से मतदाताओं के साथ संपर्क बढ़ाने का धारावाहिक कार्यक्रम ‘मतदाता जंक्शन’ शुरू करने की शुक्रवार को घोषणा की।
आयोग ने एक बयान में बताया कि इस रेडियो कार्यक्रम के अंतर्गत 15 मिनट की 52 कड़ियों का प्रसारण हर शुक्रवार को आकाशवाणी के विविध भारती के स्टेशनों, एफएम रेनबो, एफएम गोल्ड और आकाशवाणी के प्राथमिक चैनलों पर किया जाएगा।
इसे आकाशवाणी के 230 चैनलों पर 23 भाषाओं में सुना जा सकेगा। आकाशवाणी के रंगभवन में इस कार्यक्रम के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी, प्रसार भारती के सीईओ, एआईआर न्यूज की डीजी के साथ अभिनेता पंकज त्रिपाठी भी उपस्थित थे।श्री कुमार ने कहा कि ऑल इंडिया रेडियो के सहयोग से तैयार किया गया कार्यक्रम ‘मतदाता जंक्शन’ देश भर के मतदाताओं से जुड़ने का एक मजबूत मंच होगा। उम्मीद है कि इस कार्यक्रम से से शहरी मतादताओं की मतदान के प्रति उदासीनता को दूर करने में मदद मिलेगी। इसमें श्रोताओं को एक संवादपरक संचार के जरिए स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, प्रलोभन मुक्त, सुलभ और समावेशी चुनावों के संचालन की चुनाव प्रक्रियाओं के बारे में सूचित किया जाएगा।
सूचना और मनोरंजन के मिश्रण वाले कार्यक्रम मतदाता जंक्शन की पहली कड़ी का प्रसारण आज शाम सात से नौ बजे के बीच ऑल इंडिया रेडियो नेटवर्क पर ही के लिए नियोजित था।इस अवसर पर निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने कहा कि लंबे वक्त से ऑल इंडिया रेडियो अपनी आवाज के जादू से और लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करते हुए एक बहुत उम्दा कहानीकार के तौर पर जनता को खुश करता आ रहा है। पहले आम चुनाव के समय से ही ऑल इंडिया रेडियो अपनी व्यापक कवरेज और विविध दर्शकों तक पहुंच के साथ देश भर के नागरिकों के लिए कम्युनिकेशन का एक प्राथमिक माध्यम रहा है।
अपने स्वागत भाषण में महानिदेशक (मीडिया) सुश्री शेफाली शरण ने ‘मतदाता जंक्शन: हर वोटर का अपना स्टेशन’ कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि ईसीआई और आकाशवाणी, दो प्रतिष्ठित संस्थान हैं जो अपनी विश्वसनीयता और जमीनी स्तर के जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं। वे अब एक व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त सहभागिता कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम को असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी इन 23 भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा।