एनजीओ के लोग नहीं आए तो कटेगा पैसा
इंदौर: स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने छक्का लगा दिया है और सफाई में नंबर वन बना हुआ है. लेकिन सफाई को लेकर जिम्मेदार लोग अब लापरवाही बरत रहे हैं. इस कार्य में एनजीओ को भी लगाया गया है लेकिन उनके कर्मचारी लापरवाह बरत रहे हैं. समय पर मौजूद नहीं रहते हैं. इस संबंध में महापौर को शिकायत भी मिली थी. इसी के चलते रविवार को महापौर शहर में औचक निरीक्षण पर निकले. इस दौरान उन्हें एनजीओ के लोग नहीं मिले और कर्मचारियों की संख्या भी कम थी. उन्हें मौजूद लोगों को फटकार लगाई और एनजीओ के लोगों ने नहीं आने पर उनका वेतन काटने की बात कही.
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद रविवार अलसुबह महापौर पुष्यमित्र भार्गव और स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल रविवार को शहर भ्रमण पर निकले. इस दौरान वार्ड 6 में कचरा गाड़ियों के साथ एनजीओ के लोग नहीं थे, वहीं कर्मचारियों की संख्या भी आधी थी. रजिस्टर चेक करते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने दारोग़ा और संबंधित मौज़ूद जिम्मेदारों को फटकार लगाई. महापौर भार्गव ने वार्ड 43 स्वास्थ्य सीएचओ अखिलेश उपाध्याय को कहा कि अगर एनजीओ के लोग नहीं आए तो उनका वेतन काटना सुनिश्चित करें. इसके बाद साकेत में रहवासियों से चर्चा की.
जारी रहेगा निरीक्षण
भ्रमण के दौरान महापौर ने अच्छा काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना भी की. गौरतलब है कि शहर लगातार स्वच्छता में 6 बार नम्बर 1 आया है, 7वीं बार भी शहर नम्बर 1 आए और कर्मचारी लापरवाही न करें इसके चलते महापौर ने सभी को जिम्मेदारी से काम करने के निर्देश दिए हैं. महापौर का यह औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेगा.