नयी दिल्ली, (वार्ता) राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने अपनी नई ब्रांड पहचान और नए प्रतीक चिह्न का अनावरण किया जिसमें ‘भविष्य की पुनर्कल्पना’ का संदेश देने का प्रयास किया गया है।
देश में उभरती नयी आवश्यकताओं के अनुसार कुशल मानव संसाधन के विकास के प्रयास में एनएसडीसी केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का एक महत्वपूर्ण भागीदार और रणनीतिक कार्यान्वयन एजेंसी है।
एनएसडीसी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार गो-टू मार्केट (बाजार देखा) की रणनीति के एक हिस्से के रूप में, नया ब्रांड और लोगो कौशल विकास के लिए अलग-अलग पहलों और कार्यक्रमों का प्रतिनिधित्व करेगा जो भविष्य के लिए तैयार कुशल कर्मचारियों की भर्ती, कौशल विकास के अभिनव मॉडल के माध्यम से भविष्य के कौशल को अपनाने में वृद्धि करेगा और इस प्रकार लोगों के लिए बेहतर आजीविका के अवसर प्रदान करेगा।
एनएसडीसी इंटरनेशनल के सीईओ और एमडी वेद मणि तिवारी ने कहा,“हमारी नई पहचान का एक उद्देश्य है और जो ऐसी जगह से उत्पन्न होती है जहां से हम एनएसडीसी को दुनिया के सबसे बड़े कौशल विकास करने वाले मंच के रूप में विकसित करना चाहते हैं।
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उन्होंने कहा हम लोगों को आजीवन नए नए कौशल प्रदान करना और डिजिटल रूप से सत्यापित प्रमाण-पत्र देना चाहते हैं।