सरकार को जगाने संविदा कर्मियों ने भैंस के आगे बजाया बीन

मेंहदी से हाथ में लिखा स्लोगन, बेपटरी हुई स्वास्थ्य सेवाएं, आम जनमानस स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हो रहे मोहताज

सिंगरौली :संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली के समस्त संविदा कर्मचारी के 19 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण जहां एक ओर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो गई है, स्वास्थ्य संस्थाओं में लोग स्वास्थ्य सुविधा पाने के लिए मोहताज हो रहे हैं।संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि म.प्र. के लगभग 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा विगत 2013, 2014, 2018 में हड़ताल किया गया। 2018 में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा 42 दिन की हड़ताल की गई। किन्तु आज दिनांक तक इस पर कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया।

जिससे संविदा कर्मचारियों में म.प्र. शासन के खिलाफ आक्रोष है और 2022 में पुन: एक बार समस्त संविदा कर्मचारियों ने आर-पार की लड़ाई के लिए हड़ताल का रूख अपना लिया। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने के कारण स्थिति यह आ गई है कि स्वास्थ्य संस्थाओं में ताला लटका हुआ है और मरीज उपचार और दवाइयों के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं उन्हें किसी भी तरह की जांच, दवाई, उपचार जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली द्वारा आज हड़ताल के चौथे दिवस एक गतिविधि की गई। जिसमें एक कहावत भैंस के आगे बीन बाजे, खड़ी भैंस पगुराय। अर्थात हमारी म.प्र.शासन जो कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा 2013 से 2018 तक किये गये हड़ताल पर ध्यान नहीं दिया गया, जिससे यह उदाहरण के तौर पर देखा जा रहा है कि सरकार के सामने धरना-प्रदर्शन का कोई असर नहीं हो रहा है।

कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर किया है कार्य
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष वर्षा शुक्ला ने मीडिया को बताया कि कोरोना जैसी भयावह बीमारी में समस्त संविदा कर्मचारियों ने अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर में छोंड़कर सुबह से शाम तक अपनी जान जोखिम में डालकर आम जनमानस की सेवा की उन्हें स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया करायी गई यह जानते हुए भी कि किसी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी की डेथ हो जाने पर न तो उसके परिवार के किसी सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी न ही कोई सहायता राशि बावजूद इसके जान जोखिम में डालकर आम-जनमानस की सेवा की गई। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली के जिला संयोजक सुधांशु मिश्रा ने मीडिया को जानकारी दी कि म.प्र. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर यह अनिश्चितकालीन हड़ताल 19 दिसम्बर से प्रारंभ की गई है, हड़ताल का आज चौथा दिवस है और जब तक हमारी मांगे नियमितीकरण या ठोस निर्णय पर सरकार नहीं पहुंचती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।

नव भारत न्यूज

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