गौरव दिवस पर हटकर बोले मुख्यमंत्री
सतना:सतना के गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपनी परम्परागत शैली से विपरीत उदबोधन देते हुए कहा कि हर काम सरकार नही कर सकती है।समाज और जनता के बिना सहयोग के बहुत से काम हो पाना सम्भव नही है।स्थानीय बीटीआई मैदान में आयोजित समारोह में एक घण्टा 22मिनट तक रहे मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान दो बार कार्यक्रम को रोक कर अपनी बात कही।पहली बार उन्होंने स्वागत के क्रम को बीच मे रोक कर कहा कि वे सतना के गौरव दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं, यहाँ मुझे उनका स्वागत और सम्मान करना है, जिन्होंने सतना के विकास में सहयोग दिया है।मेरे स्वागत की कोई जरूरत नही है।
दूसरी बार उन्होंने बालिका कृपा मिश्रा के योग प्रदर्शन के बाद उसके प्रदर्शन की तारीफ करते हुए उपस्थित जनों से जोरदार ताली बजाने का आह्वान किया।अपने सम्बोधन में भी उन्होंने किसी प्रकार की राजनैतिक चर्चा नही करने का जिक्र करते हुए अपने क्षेत्र की दो घटनाओं का जिक्र किया.श्री चौहान ने बताया कि उन्होंने गौरव दिवस की शुरुआत अपने गांव जेत से तब की जब लोगो ने घट पर जमा मिट्टी हटवाने की मांग की.उन्होंने कहा कि मैने लोगों की मांग पर स्वंय फावड़ा उठाकर घट की मिट्टी हटाने का फैसला किया और बाद में इस अभियान में बाकी लोग भी जुड़ गए.
दूसरी घटना उन्होंने पहली बार विधायक बनने के बाद आयोजित किए गए स्वागत समारोह की बताई. मुख्यमंत्री ने कहा कि आसपास के 25 गांव के लोगों ने उनके स्वागत के लिए समारोह और भंडारे का आयोजन किया जिसमें कई लाख रुपया खर्च किए पर समारोह के दौरान गांव के एक मात्र कुआँ की सफाई की मांग उनसे की जिसमे मात्र पांच हजार रुपये खर्च होने थे.जब उन्हें स्वागत पर किए गए खर्च की वजाए कुँए की सफाई को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया तो लोगों कहा की यहां काम सरकार का है. विधायक का स्वागत करना हमारी जिम्मेदारी है. श्री चौहान ने कहा कि लोगों को अपनी सोच बदलनी चाहिए हर काम सरकार नही कर सकती जो काम जनता स्वंय कर सकती है।उसे यह काम करना चाहिए.
शहर की प्रमुख दुकानों का जिक्र किया
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में शहर की दुकानों का जिक्र करते हुए कहा कि वे सतना से अच्छे से परिचित हैं उन्हें मालूम है कि फूलचंद के यहाँ भजिया,लोटन के यहाँ मुगोड़ी,दद्दा के यहाँ समोसा,कुशवाहा के आलूबन्डा और माहेश्वरी के यहां मोतीचूर के लड्डू मिलते हैं.