खास बातें
- इस बार हम चुनाव हारे तो खत्म हो जाएगी विन्ध्य की पहचान
- बैढऩ में कार्यकर्ताओं से कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है
- पूर्व में कहा था यदि विस में रेनू ने जीतें तो कार्यकर्ता मेरे घर न आएं
सिंगरौली, सिंगरौली जिले के एकदिवसीय प्रवास पर आये पूर्व नेता प्रतिपक्ष व चुरहट क्षेत्र के पूर्व विधायक अजय सिंह राहुल ने बैढऩ में कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर चुनावी इमोशनल कार्ड खेला है. लोकसभा चुनाव की तैयारी बैठक को लेकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजय सिंह राहुल ने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है हम 65 उम्र पार कर चुके हैं.
यदि इस बार हम चुनाव हारे तो विन्ध्य की पहचान भी खत्म हो जायेगी. हमे आपको कोई पूछने वाला नहीं रहेगा. उन्होंने यही नहीं रूके आगे कहा कि हम तो प्रदेश में कोई पदाधिकारी बन जायेंगे या फिर साल दो साल बाद राज्यसभा सदस्य भी हो सकते हैं, लेकिन आप सबका क्या होगा? पूर्व विधायक अजय सिंह राहुल ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर लोकसभा चुनाव में जुट जाये, सारे मतभेद को भूलकर कांग्रेस प्रत्याशी को हरहाल में विजयश्री दिलायें.
राहुल ने विस चुनाव में भी कार्यकर्ताओं को दिया था नसीहत विधानसभा चुनाव के दरमियान सिंगरौली विधानसभा के सासन शिवपहड़ी में अजय सिंह राहुल ने इमोशनल कार्ड के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को नसीहत भी देते हुए कहा था कि यदि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रेनू शाह चुनाव नहीं जीती तो कार्यकर्ता हमारे यहां न आयें.
अजय सिंह राहुल के उक्त बयान के बाद सिंगरौली के अन्य दलों के प्रत्याशियों ने एक मुद्दा बनाकर इसको भुनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा था और दो दिन पूर्व बैढऩ में राहुल के इस बयान से विपक्षी दलों को एक अच्छा मुद्दा मिल गया है. भाजपाईयों ने कहा है कि चुनाव के वक्त अजय सिंह राहुल इस तरह के इमोशनल कार्ड खेलते हैं या फिर कार्यकर्ताओं को चेतावनी भी देने में पीछे नहीं हटते.
सीधी से दमदार प्रत्याशी अजय सिंह पर कांग्रेस ने लगाया दांव
सीधी, मध्यप्रदेश की सीधी संसदीय सीट पर कांग्रेस ने सबसे दमदार प्रत्याशी पूर्व नेताप्रतिपक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल पर दांव लगा इस सीट पर भाजपा की हैट्रिक लगाने की चाहत के आगे बडी चुनौती दे दी है. मध्यप्रदेश में लोकसभा के प्रथम चरण के 29 अप्रैल को सीधी लोकसभा का चुनाव होना है. यहाँ 2009 में सीधीे लोकसभा के अनारक्षित होने के बाद पहल चुनाव एवं 2014 के दूसरे चुनाव में भाजपा लगातार दो बार अपनी जीत दर्ज कर चुकी है और 2019 का लोकसभा चुनाव जीत कर हैट्रिक लगाने की चाहत संजोए हुये है.