मुंगावली। जहा एक पूरें भारत में स्वच्छता अभियान के तहत गाव गाव शौचालयों का निर्माण सरकार द्वारा कराया जा रहा है वही दूसरी ओंर ग्रामीण क्षेत्र में पढने वाले छात्र छात्राओं को षौचालय तक नसीब नही हो रहे है और उन्हे ऐसे ही अध्ययन करना पड
रहा है। टीम इसकी पडताल करने के लिये जब ग्राम छोटी भोपाल पहुचीं तो वहा माध्यमिक विद्यालय में केवल बालक शौचालय ही मिला जिसमें भी ताला डला हुआ था और बच्चों द्वारा स्कूल की झाडू लगाई जा रही थी वही जब प्रधानाध्यपक से पूछा गया तो कहा गया कि बालिका षौचालय बना हुआ था.
जिसकों अज्ञात लोगों द्वारा तोड दिया गया व फाटक भी मिटा दियें गये हैै वही जब हम इसके बाद किरौला ग्राम में बने हाई स्कूल पहुचें तो वहा पर शौचालय तो बना हुआ था मगर उस षौचालय में गंदगी बहुत थी जिसपर स्कूल स्टाफ का कहना था कि कोई सफाई कर्मी नही होने की बजह से रोज सफाई नही हो पाती है और कभी कभार हम और बच्चें ही मिलकर सफाई कर लेते है वही यही हाल हमें माध्यमिक विद्यालय मदउखेडी में देखने को मिला जिसमें बालक षौचालय तो था मगर बालिका षौचालय नही था जिसमें एक ही षौचालय उपयोग करते है।