गहलोत की जगह नए संगठन महासचिव की होगी नियुक्ति
प्रवेश कुमार मिश्र
नई दिल्ली, पांच राज्यों के चुनाव के बाद अब कांग्रेस पार्टी आंशिक तौर पर सांगठनिक फेरबदल करने वाली है. इस बदलाव में जहां एक तरफ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है वहीं पार्टी महासचिव अशोक गहलोत के स्थान पर नया संगठन महासचिव की नियुक्ति होने वाली है. सूत्रों की माने तो संगठन महासचिव बनने के दौड़ में कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हैं. क्योंकि यह पद पार्टी के अंदर व बाहर सांगठनिक मजबूती का परिचायक माना जाता है.
जानकार बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी के अंदर नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद से ही यह कहा जाने लगा था कि जो व्यक्ति पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का सबसे प्रिय व भरोसेमंद होगा उसे ही यह पद मिलेगा और गुजरात चुनाव में अशोक गहलोत की सादगी से प्रभावित होकर ही राहुल गांधी ने उन्हें यह पद दिया था.
लिहाज़ा पार्टी के ज्यादातर नेता खाली होने जा रहे इस कुर्सी पर नजर जमाए हुए हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस पद के दौड़ में सबसे आगे वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक का नाम चल रहा है. क्योंकि उक्त तीनों नेताओं के पास संगठन के विभिन्न पदों पर राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने का अनुभव है. इतना ही नहीं वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, जनार्दन द्विवेदी, अविनाश पांडेय, मधुसूदन मिस्त्री व पृथ्वीराज चौहान का नाम भी चर्चा में है.
सूत्र बता रहे हैं कि राहुल गांधी अभी शिमला में अपनी बहन के परिवार के साथ हैं और क्रिसमस के बाद लौटकर उक्त नियुक्ति पर निर्णय करेंगे. इसके अलावा हरियाणा के प्रभारी महासचिव की भी नियुक्ति होनी है. क्योंकि मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले हरियाणा के प्रभारी थे और उनके मप्र जाने के बाद से ही यह पद खाली है. इसलिए इस पद के लिए भी दौड आरंभ हो गई है.
सूत्र बता रहे हैं कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मप्र, छत्तीसगढ़ व राजस्थान के अध्यक्ष की नियुक्ति भी जनवरी के अंत हो सकती है. बहरहाल अभी कांग्रेसी नेताओं के लिए लाख टके का सवाल यह है कि राहुल गांधी किसे अपने केन्द्रीय टीम में अशोक गहलोत का स्थान दे रहे हैं.