भोपाल, सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुधवार रात मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर बुलाई गई थी जो सदन में सत प्रतिशत उपस्थिति के निर्देश एवं जरूरी हुआ तो फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार रहने के निर्देश के साथ समाप्त हो गया बैठक में कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक के साथ ही सपा एवं बसपा के विधायक भी मौजूद रहे. कांग्रेस विधायक दल की पिछले 11 दिन में यह दूसरी बड़ी बैठक है जिसमें डिनर डिप्लोमेसी भी सामने आई है. साथ ही गोवा एवं कर्नाटका की ताजा घटनाक्रम को लेकर पार्टी की पूर्व सतर्कता के रूप में भी देखा जा रहा है.
बैठक में शामिल होने के लिए जाते हुए मंत्रियों और विधायकों ने मीडिया से दूरी बनाने का प्रयास किया. इसके बावजूद बैठक के बाद वापसी में विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि विधायकों से विधानसभा सत्र के दौरान शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया है साथ ही जरूरत हुई तो किसी भी वक्त फ्लोर टेस्ट के लिए भी तैयारी करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह विधायकों से मेलजोल की एक सामान्य प्रक्रिया है जबकि पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान हर सप्ताह कांग्रेस एवं उनके समर्थक विधायक दलों की बैठक निरंतर होती रहेगी और सदन में विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों पर पूरे तथ्यों के साथ जवाब देने की तैयारी करने को विधायकों से कहा जा रहा है ज्ञात हो कि आज विपक्ष भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ी हुई हालत बता कर सदन में सरकार को घेरने का भरपूर प्रयास किया साथ ही सड़क पर उतरते हुए रोशनपुरा चौराहे में बैरागढ़ चीचली में मासूम की हत्या एवं उसे जलाने की घटना का उल्लेख करते हुए पार्टी के अन्य विधायकों के साथ जमकर हंगामा किया और विधानसभा में गतिरोध की स्थिति बनाने की कोशिश की आज की कार्रवाई के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस सतर्क हो गई है और किसी भी स्थिति में मतदान की स्थिति पैदा होने पर इससे निपटने की पूरी तैयारी कर ली है।