कट्टर हिन्दू नेता की छवि नहीं होना आरएसएस को नहीं आ रहा रास!
नवभारत न्यूज
भोपाल, मध्यप्रदेश में भाजपा का गढ़ रही भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह का नाम घोषित कर दिया है. अब भाजपा उनके सामने दमदार प्रत्याशी उतारना चाहती है.
चर्चाओं में प्रज्ञा सिंह ठाकुर, उमा भारती या किसी बाहरी हिंदू ब्रांड नेता के विकल्प आए थे परंतु बीते दिवस से अचानक शिवराज सिंह इस दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं. शिवराज सिंह को भोपाल से जिताऊ उम्मीदवार बताया जा रहा है लेकिन संगठनों को भोपाल संसदीय सीट की तासीर के अनुसार थोड़ा विचार करना होगा, कहीं दिग्विजय सिंह के सामने शिवराज सिंह भाजपा के लिए हानिकारक तो नहीं.क्योंकि शिवराज सिंह की छवि कट्टर हिंदू नेता के रूप में नही रही है. इसका नुकसान आरएसएस के नजरिए से पार्टी को हो सकता है.
शिवराज जिताऊं उम्मीदवार,पर संघ हिंदू ब्रांड का पक्षधर- वर्तमान स्थिति में भाजपा के पास शिवराज सिंह चौहान से बड़ा कोई नाम नहीं है परंतु भोपाल सीट के लिए यह नाम मुकाबले को मुश्किल बना सकता है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चाहता है कि इस चुनाव में दिग्विजय सिंह का हिंदू विरोधी चेहरा सामने लाया जाए. इसके लिए जरूरी है कि भाजपा की तरफ से कोई हिंदू ब्रांड उतारा जाए और शिवराज सिंह भाजपा के हिंदू ब्रांड वाले नेता नहीं हैं. वो ईद पर टोपी पहनकर बधाईयां देते हैं. भोपाल में शानदार हज हाउस उन्हीं ने बनवाया है.
मुख्यमंत्री रहते वे हिंदू त्यौंहार पर भले ही तैयारियों का जायजा लेने कभी नहीं निकले लेकिन इज्तिमा का प्रबंधन देखना वे कभी नही चूकते थे. स्वयं व्यवस्थाएं देखते और आयोजन के पुख्ता इंताजाम के निर्देश संबंधितों को देते यह उनका रवैया मस्लिम समुदाय में सभी को पसंद था. भोपाल के कर्मचारी माई के लाल अब भी शिवराज सिंह को पसंद नहीं करते.
यदि शिवराज सिंह को मैदान में उतारा तो यह लड़ाई हिंदू लाइन के आस-पास तो कतई नहीं रहेगी.ना ही हिंदू मुस्तिल वोटों का धु्रवीकरण होगा. वहीं कर्मचारियों में दिग्विजय सिंह को छवि सुधाना पड़ेगा अन्यथा उन्हें इस वर्ग से नुकसान हो सकता हैं.
भोपाल से शिवराज की हां क्यों?
शिवराज सिंह चौहान पर लोकसभा चुनाव लडऩे का दवाब शुरू से है. अमित शाह चाहते हैं कि शिवराज सिंह चौहान गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ या छिंदवाड़ा में नकुल नाथ के खिलाफ चुनाव लड़ें. इस तरह वो मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बड़ा तनाव दे पाएंगे परंतु शिवराज सिंह चौहान इसके पक्ष में नही बताए जा रहे हैं. क्योंकि अटेर और कोलारस उपचुनाव में शिवराज सिंह, सिंधिया के सामने परास्त हो चुके हैं. यही कारण है कि वो लगातार मना कर रहे थे परंतु अमित शाह का दवाब है.
ऐसे में भोपाल सीट उनके लिए सबसे अच्छा अवसर है. दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लडऩे से उन्हे हर स्थिति में फायदा होगा. ज्यादा परिश्रम नहीं करना होगा, क्योंकि चुनाव मैदान में आरएसएस पूरी ताकत लगा रहा है. जीत गए तो मंत्रीमंडल में पॉवरफुल पोजीशन मिलेगी.
दिल्ली में बैठक आज
प्रदेश में लोक सभा चुनाव के लिए प्रदेश की शेष सीटों को लेकर भाजपा केन्द्रीय समिति की बैठक मंगलवार को होने वाली है. जिसमें भोपाल सहित प्रदेश की शेष सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन पर निर्णय होने के आसार बताए जा रहे है. अगर भोपाल सीट पर राष्टï्रीय अध्यक्ष का दबाब बना तो भोपाल से शिवराज सिंह चौहान के नाम पर अंतिम मुहर लग सकता है.
हांलाकि यहां से हिंदू ब्रांड के रूप में चर्चित साध्वी प्रज्ञा सिंह,उमा भारती के नाम भी चर्चा में बताए जा रहे है. इसके बाद यहां से वर्तमान सांसद रहे आलोक शर्मा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पसंद के वीडी शर्मा का नाम भी चर्चा में बताया जा रहा हैं.
दिग्विजय ने तोड़ी चुप्पी, भाजपा पर साधा निशाना
राजधानी भोपाल से कांग्रेस की ओर से चुनावी रण में उतरे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने टिकट मिलने के बाद अब चुप्पी तोड़ते हुए बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनसे बीजेपी डरती है. उन्होंने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देते हुए कहा कि वह उनसे खुले मंट पर बहस क्यों नहीं करते हैं. ये बात दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही. उन्होंने कहा कि बीजेपी को उनके भोपाल से चुनाव लडऩे की वजह से डर रही है. इस बार राष्ट्र का चुनाव है.
भाजपा के पांच साल के रिपोर्ट कार्ड पर चुनाव होगा. उन्होंंने मोदी सरकार के 2014 में जनता से किए गए वादों का जिक्र करते हुए कहा कि बेरोजग़ारी,अर्थव्यवस्था, शिक्षा, खाते में 15 लाख पहुंचाने का वादा, विदेशों में काला धन, चुनावी मुद्दे रहेंगे. उन्होंने पीएस मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार का चुनाव मोदी के कुशासन के खिलाफ लड़ा जाएगा. यही नहीं दिग्विजय ने पूर्व सीएम पर नाशाना साधते हुए उन्हें वन टू वन बहस के लिए चुनौती तक दे डाली.
उन्होंने कहा कि शिवराज मुझसे सार्वजनिक मंच पर बहस क्योंं नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी उनसे डरती है इसलिए उनके बारे में गलत बयानबाजी करती है. बीजेपी की ओर से लगातार सामने आ रही दावेदारियोंं पर भी उन्होंने बयान दिया. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ जिसे चुनाव लडऩा है वह मैदान में आए.