भोपाल, कांग्रेस की बैठक के दौरान एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कांग्रेस के ही पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है. बाबरिया ने बंद कमरे में चल रही जिलाध्यक्षों, पदाधिकारियों की बैठक में मंच से ही ये कह दिया कि दुकान चलाने वालों की नेतागिरी बंद कर देंगे. बाबरिया की ये बात सुनकर कुछ देर के लिए बैठक में मौजूद सरकार के तमाम मंत्री, जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी एक दूसरे को ही ताकने लगे.
हालांकि बाबरिया की फटकार को कांग्रेस के मंत्री और पदाधिकारी समझाइश के तौर पर ले रहे हैं. उधर दीपक बाबरिया ने खुद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस की बैठकों में कुछ नेता बीजेपी का मुखौटा पहन कर आते हैं. लिहाजा ऐसे नेताओं को कांग्रेस सजा जरुर देगी. बैठक में लगातार नहीं आने वाले पदाधिकारियों पर भी कार्यवाही होगी.
वहीं उन्होंने नए पीसीसी चीफ की नियुक्ति को लेकर कहा जल्दी ही संगठन में सेक्टर से लेकर जिला और पीसीसी का पुनर्गठन होगा. बाबरिया ने कहा कि 15 साल से संघर्ष कर रहे नेताओं को संगठन और निगम मंडलों में प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के प्रस्ताव पर सभी समीकरणों के आधार पर भी जल्दी नियुक्ति होगी. युवाओं और महिलाओं एवं संघर्ष करने वाले बुजुर्ग नेताओं का भी ध्यान रखा जाएगा. नकारात्मक छबि वाले नेताओं को दूर रखा जाएगा. एनएसयूआई एवं युवा मोर्चा के पदाधिकारियों को भी जल्दी बदला जाएगा.
सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा
पार्टी का दावा है कि ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कांग्रेस का सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा. आज मुख्यमंत्री कमलनाथ भी भोपाल समेत सभी जिलों की रणनीति तैयार कर जिलाध्यक्षों, मंत्रियों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपेंते हुये कहा कि कांग्रेस की कोशिश, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी सहित अन्य जन विरोधी मुद्दों पर बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की है.
इसके अलावा भी किसानों का मुआवजा देने के लिये मप्र के साथ केन्द्र का दोहरा व्यवहार किया जा रहा है. केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही बैठक में जिला अध्यक्षों को ये बताया गया कि वो किस तरह से कांग्रेस सरकार के एक साल के कामकाज को आम जनता तक पहुंचाएं. इसके लिए भी कांग्रेसियों को जिम्मेंदारी सौंपी गई.